ICC World Cup Flashback: 30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में शुरू होने वाले क्रिकेट विश्वकप के लिए अब कुछ ही दिन बचे हैं। इस विश्वकप में खेलने वाली सभी 10 टीमों ने कमर कास ली है। हर बार विश्वकप में ढेरों रिकॉर्ड बनते हैं। ऐसे में इस विश्वकप में भी कुछ रिकॉर्ड टूटने की संभावनाएं हैं। लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे भी होते हैं जिन्हें कोई भी खिलाड़ी दोहराना या अपने नाम के साथ जोड़ना नहीं चाहेगा। ऐसा ही एक शर्मनाक रिकॉर्ड भारत के दिग्गज पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर के नाम है। 1975 के विश्वकप में गावस्कर ने सबसे धीमी पारी खेली थी। 44 साल बाद आज भी वो पारी विश्वकप के इतिहास की सबसे धीमी पारी है।
1975 में खेले गए पहले विश्वकप में भारत ने अपना विश्वकप का सफर इंग्लैंड के खिलाफ शुरू किया। किसे पता था कि भारत का पहला ही मैच क्रिकेट के इतिहास में सबसे शर्मनाक मैचों में से एक बन जाएगा। इस मैच में टीम के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए 174 गेंदों में मात्र 36 रन बनाए थे। अपनी इस पारी के दौरान गावस्कर नाबाद रहे थे। बता दें तब वनडे 60-60 ओवर का खेला जाता था। 1975 में वनडे क्रिकेट इतना लोकप्रिय नहीं था। तब सबसे ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेला जाता था और भारत टेस्ट प्लेइंग नेशन नहीं था। इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने डेनिस अमिस के शतक की मदद से भारत के सामने 335 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। अमिस ने 137 रनों की शानदार पारी खेली।
इस विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत के लिए सलामी बल्लेबाजी करने सुनील गावस्कर आए। गावस्कर ने पूरे 60 ओवर बल्लेबाजी की और मात्र 36 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 20 का रहा। इस पारी में गावस्कर के बल्ले से मात्र एक चौका आया। भारत ने निर्धारित 60 ओवरों में तीन विकेट खोकर मात्र 202 रन बनाए और भारत इंग्लैंड से 132 रनों से हार गया। गावस्कर की इस धीमी पारी की आज भी आलोचना की जाती है।