आईसीसी महिला एकदिवसीय विश्व कप कप 2025 क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार टूर्नामेंट्स में से एक बन गया। इस विश्व कप में कई रिकॉर्ड टूटे, नए सितारे चमके और भारत ने पहली बार खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। भारत की यह जीत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।

महिला वर्ल्ड कप 2025 सिर्फ क्रिकेट नहीं था, बल्कि महिला शक्ति, संघर्ष और आत्मविश्वास की कहानी थी। दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष, लॉरा वोलवार्ट और कई अन्य खिलाड़ियों ने साबित कर दिया कि अब महिला क्रिकेट किसी भी लिहाज से पुरुष क्रिकेट से पीछे नहीं है।

महिला विश्व कप 2025 के दौरान बने कुछ खास रिकॉर्ड्स और दिलचस्प आंकड़े

दीप्ति शर्मा का ऐतिहासिक ऑलराउंड प्रदर्शन

  • दीप्ति शर्मा इस महिला विश्व कप में कौन सा रिकॉर्ड बनाने वाली पहली खिलाड़ी बनीं?
  • महिला विश्व कप के किसी मैच में अर्धशतक बनाया और पांच विकेट लिए।
  • किसी भी विश्व कप फाइनल में अर्धशतक बनाया और पांच विकेट लिए।
  • किसी भी विश्व कप में 200 से ज्यादा रन बनाए और 20 से ज्यादा विकेट लिए।
  • दीप्ति शर्मा से पहले किसी भी महिला या पुरुष खिलाड़ी ने किसी भी विश्व कप फाइनल में अर्धशतक बनाने के अलावा पांच विकेट नहीं लिए थे। दीप्ति ने पूरे टूर्नामेंट में 215 रन बनाए और 22 विकेट लिए।

लॉरा वोलवार्ट से पहले किसने किया ऐसा कमाल?

लॉरा वोलवार्ट से पहले एकदिवसीय विश्व कप (पुरुष या महिला) के सेमीफाइनल और फाइनल दोनों में शतक बनाने वाली खिलाड़ी कौन?
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान लॉरा वोलवार्ट ने सेमीफाइनल और फाइनल दोनों में शतक जड़कर सबको चौंका दिया। उनसे पहले यह अद्भुत उपलब्धि सिर्फ ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हीली ने हासिल की थी। एलिसा हीली ने विश्व कप 2022 में सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ 129 (107 गेंद) और फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 170 रन (138 गेंद) बनाए थे।

एश्ले गार्डनर का मिडिल ऑर्डर में धमाका

एश्ले गार्डनर ने इस विश्व कप में पांचवें या उससे नीचे के क्रम पर दो शतक लगाए। महिला विश्व कप में इससे पहले ऐसे कितने शतक लगे हैं?
ऑस्ट्रेलिया की एश्ले गार्डनर ने इस विश्व कप में नंबर 5 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए दो शतक लगाए। जो अब तक किसी खिलाड़ी ने नहीं किया था। इससे पहले पूरे टूर्नामेंट इतिहास में केवल तीन शतक ही इस पोजीशन से बने थे।

सोफी एक्लेस्टोन बनीं स्पिन की रानी

टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली बाएं हाथ की स्पिनर कौन हैं?
धीमी गेंदबाजी (slow left-arm) विभाग में इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टोन सबसे सफल रहीं। सोफी एक्लेस्टोन ने 16 विकेट लिए, जबकि भारत की श्री चरणी 14 विकेट लेकर दूसरे स्थान पर रहीं।

ऋचा घोष: सबसे तेज स्ट्राइक रेट

इस विश्व कप में किस बैटर का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा रहा?
भारत की ऋचा घोष ने इस विश्व कप में आक्रामक बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया। ऋचा घोष ने 133.52 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए, जो टूर्नामेंट में सबसे अधिक रहा। उन्होंने 12 छक्के भी लगाए, जिससे उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की डि क्लार्क (10 छक्के) को पीछे छोड़ दिया। ऋचा ने स्ट्राइक रेट में भी डि क्लार्क (131.65) पीछे छोड़ा।

सूजी बेट्स ने रचा इतिहास

विश्व कप के दौरान, कौन सी क्रिकेटर 350 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली पहली महिला बनीं?
न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स ने इस विश्व कप के दौरान इतिहास रचा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच उनका 350वां अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था। गौरतलब है कि सूजी बेट्स ने अब तक एक भी टेस्ट नहीं खेला है, जबकि उनका करियर 2006 में शुरू हुआ था।

भारत के खिलाफ शतक लगाने वाली बैटर्स

  • महिला विश्व कप 2025 में भारत के खिलाफ शतक लगाने वाली बैटर्स कौन-कौन हैं?
  • भारत के खिलाफ इस विश्व कप में चार बैटर्स ने शतक लगा।
  • एलिसा हीली (142)
  • फोबी लिचफील्ड (119)
  • हीदर नाइट (109)
  • लॉरा वोलवार्ट (फाइनल में 101 रन)

महिला विश्व कप इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट

अगर ग्लेन मैक्ग्राथ 71 रनों के साथ पुरुष विश्व कप में नंबर 1 हैं तो महिला विश्व कप में शीर्ष पर कौन है?
यह रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका की मारिजान कैप के नाम है। पुरुष विश्व कप में जहां ग्लेन मैक्ग्रा 71 विकेट के साथ शीर्ष पर हैं। महिला विश्व कप में मारिजान कैप इस मामले में शीर्ष पर हैं। मारिजान कैप ने 44 विकेट लेकर झूलन गोस्वामी (43 विकेट) को पीछे छोड़ दिया।

इस भारतीय को नहीं मिला मौका

महिला विश्व कप 2025 में एक भी मैच न खेलने वाली भारतीय कौन है?
भारत की तेज गेंदबाज अरुंधति रेड्डी को इंग्लैंड के खिलाफ वॉर्म-अप मैच में घुटने पर चोट लगी थी। हालांकि वह बाद में फिट थीं, लेकिन उन्हें टूर्नामेंट में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।

भारत की ऐतिहासिक जीत: आखिरी विकेट का रोमांच

विश्व कप फाइनल में आखिरी विकेट किसका था जिसने भारत को अपना पहला खिताब दिलाया?
दीप्ति शर्मा ने ऑफ स्टंप के बाहर गेंद फेंकी और डि क्लार्क, हरमनप्रीत कौर के हाथों लपक ली गईं। यही वह क्षण था जब भारत ने अपना पहला महिला वनडे विश्व कप खिताब जीत लिया।