महिला हॉकी विश्व कप 21 जुलाई से लंदन में आयोजित होने जा रहा है, जिसके लिए टीम इंडिया लंदन पहुंच चुकी है। विश्व कप की शुरुआत से पहले ही एफआईएच (अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ) की बड़ी चूक सामने आ गई है। आयोजकों ने सभी 16 टीमों की कप्तान की टेम्स नदी के किनारे राष्ट्रीय ध्वज के सामने खड़े कर ट्रॉफी संग तस्वीरें खीचीं। इन तस्वीर में भारतीय ध्वज से अशोक चक्र गायब था, जिसे देश भारतीय फैंस भड़क उठे।

बता दें कि भारतीय टीम 21 जुलाई को मेजबान टीम इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले पहले मुकाबले से विश्व कप मुकाबलों का आगाज करेगी। पिछले आठ वर्षो में यह पहली बार हो रहा है कि भारतीय टीम महिला विश्व कप में हिस्सा लेने जा रही है। इस टीम में रानी और दीपिका के अलावा बाकी सभी खिलाड़ी पहली बार विश्व कप में हिस्सा लेंगी।

आत्मविश्वास से भरपूर भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी ने कहा, “पूरी टीम इस टूर्नामेंट के लिए बेहद उत्साहित है। पिछले साल एशिया कप जीतने के बाद से ही हमने इस पल का इंतजार किया। टीम में लगभग हर एक खिलाड़ी के लिए विश्व कप का यह पहला अनुभव होगा।” इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम को पूल-बी में शामिल किया गया है। इसमें ओलम्पिक चैम्पियन इंग्लैंड, वर्ल्ड नम्बर-7 टीम अमेरिका और आयरलैंड भी शामिल हैं।

21 जुलाई को एलिजाबेथ ओलम्पिक पार्क में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में हॉकी के पांच दशकों के गौरवशाली सफर को दर्शाया जाएगा। लंदन में आयोजित होने वाली इस प्रदर्शनी में 1974 के पहले महिला विश्व कप से लेकर अगले 50 साल तक के दुर्लभ चित्रों को दर्शाया जाएगा, जिसमें ध्यानचंद के 50 साल पुराने हस्ताक्षरयुक्त चित्र होने के साथ ही उनकी तीसरी पीढ़ी की नेहा सिंह और तमाम हॉकी खिलाड़ियों और अहम घटनाओं के दुर्लभ चित्र भी होंगे।