WFI के चुनाव में संजय सिंह के खिलाफ हार का सामना करने वालीं पूर्व रेसलर अनिता श्योराण ने चुनाव के नतीजों को लेकर इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत की है। उन्होंने संजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा है कि इस चुनाव में बृजभूषण के करीबी की जीत से महिला पहलवान काफी डरी हुई हैं। संजय सिंह ने कहा कि चुनाव परिणाम ने महिला पहलवानों की आवाज को कुचल दिया है।

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आंदोलन करने वाले पहलवानों की कुचली गई आवाज- अनीता

एक्सप्रेस के साथ बातचीत में अनिता श्योराण ने कहा, “कुछ भारतीय रेसलर्स ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न और महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित मुद्दे उठाए थे, लेकिन उन पहलवानों के लिए यह चुनाव एक बहुत बड़ी हार है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी नियमित खिलाड़ी जो वास्तविक बदलाव लाना चाहता है, वह अब किसी महासंघ का हिस्सा बनने का सपना भी देख सकता है।”

WFI में एक भी महिला सदस्य नहीं- अनीता

अनीता श्योराण ने आगे कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर मुद्दा होने के बावजूद WFI में आज एक भी महिला सदस्य नहीं है। मैं कल (गुरुवार) चुनाव में थी और बृजभूषण के खेमे के लोगों के व्यवहार और माहौल को देखने के बाद मुझे नहीं लगता कि वे कभी भी किसी स्वतंत्र विचार वाले पहलवान को महासंघ का हिस्सा बनने देंगे।

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साक्षी का ऐसे रेसलिंग छोड़ना दिल तोड़ गया- अनीता

इस दौरान अनिता श्योराण ने साक्षी मलिक के रेसलिंग छोड़ने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने जब साक्षी का वीडियो देखा तो मेरी आंखे भर आई। एक ओलंपिक पदक विजेता का इस तरह से रिटायर होना एकदम दिल तोड़ने वाली घटना है। अनिता ने आगे कहा कि बजरंग ओलंपिक की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उन्होंने उस तैयारी को छोड़ यह सुनिश्चित करने के लिए लड़ाई लड़ी कि महिला रेसलर्स सुरक्षित रहें। बजरंग और साक्षी के अलावा विनेश ने भी महिलाओं के हित में आवाज उठाई, लेकिन उन्हें क्या मिला? इन सभी की एक ही मांग थी कि बृजभूषण की जगह एक महिला को महासंघ का अध्यक्ष बनाया जाए।

पीछे से बृजभूषण ही चलाएंगे WFI को- अनीता

अनिता श्योराण ने आगे कहा कि इस चुनाव को पूरे देश ने देखा है। उन्होंने कहा, “संजय सिंह जब चुनाव जीत गए तो उन्हें माला पहनाने वाले को हर किसी ने देखा। यह साफ हो गया है कि चुनाव जीतने वाले संजय सिंह किसी के इशारे पर फेडरेशन चलाएंगे। WFI में कोई सफाई नहीं हुई है, आखिर परिवर्तन कैसे आएगा? मुझे नहीं लगता कि संजय सिंह के जीतने से महिला रेसलर्स सुरक्षित रह पाएंगी। जूनियर्स सहित कई महिला पहलवान इस समय डरी हुई हैं।