विंबलडन में हिस्सा ले रही महिला स्टार प्लेयर्स ने इस टूर्नामेंट में इस्तेमाल होने वाली विवादास्पद ‘बेबी डॉल’ स्टाइल लिबास का विरोध करना शुरू कर दिया है। प्लेयर्स के लिए किट बनाने वाली कंपनी नाइकी की कोशिश है कि ग्रास कोर्ट पर हो रहे इन मुकाबलों में उनके इस लिबास को बढ़ावा मिले। लेकिन पूर्व विंबडलन फाइनलिस्ट सबाइन लिसिकी समेत कई महिला प्लेयर्स ने इसे बेहद छोटी करार दिया। महिला प्लेयर्स को चिंता है कि इस लिबास में खेलते वक्त शरीर का बहुत सारा हिस्सा बेपर्दा हो जाता है। ऐसे में नाइक के साथ कॉन्ट्रैक्ट वाली खिलाडि़यों ने कंपनी को कहा है कि वे लिबास में तब्दीली करें।
बता दे कि विंबडलन में खिलाडि़यों की लिबास को लेकर नियम बेहद सख्त हैं। ऑल इंग्लैंड क्लब अधिकारियों ने इस डिजाइन को पास किया है जो ऑल वाइट किट रूल्स के मुताबिक है।
प्लेयर्स इस ‘बेबी डॉल’ लिबास को लेकर खासे उत्साहित नहीं हैं। 2013 विंबलडन की रनर्स अप रह चुकीं जर्मन प्लेयर लिसिकी ने पहले राउंड के मुकाबले में इसे न पहनने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘हां मैंने कोशिश की थी। मैं इसमें खुद को सहज नहीं महसूस कर रही थी।’ नाइकी कंपनी की सबसे हाई प्रोफाइल क्लायंट पिछले साल की चैंपियन सेरेना विलियम्स ने भी इस लिबास को फेरबदल के साथ पहनने का फैसला किया है। सेरेना की बहन वीनस ने भी इस लिबास को नहीं पहना। 36 साल की वीनस ने कहा कि उन्हें फैशनेबल रहना पसंद है, लेकिन उन्होंने ज्यादा व्यवहारिक लिबास को तरजीह देने का फैसला किया है। वहीं, इटली की प्लेयर सारा इरानी ने भी इस ‘बेबी डॉल’ लिबास को न पहनने का फैसला किया।
