पौलैंड के ह्यूबर्ट हरकाज ने बुधवार यानी 7 जुलाई 2021 की रात आठ बार के चैंपियन रोजर फेडरर को सीधे सेटों में हराकर विम्बलडन टेनिस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा उलटफेर किया। वहीं, वर्ल्ड नंबर एक नोवाक जोकोविच आसानी से सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रहे। ‘ग्रासकोर्ट के बादशाह’ फेडरर विम्बलडन में अब तक सिर्फ 3 बार ही सीधे सेटों में हारे हैं। इससे पहले वह 2000 और 2002 में सीधे सेटों में हार गए थे।
साल 2000 में रूसी टेनिस खिलाड़ी येवगेनी काफेलनिकोव ने उन्हें पहले दौर में 7-5, 7-5, 7-6 से हराया था। साल 2002 में क्रोएशियाई टेनिस प्लेयर मारियो एनिक ने उन्हें पहले दौर में 6-3, 7-6, 6-3 से हराया था। इस साल क्वार्टर फाइनल में ह्यूबर्ट हरकाज ने उन्हें 6-3, 7-6, 6-0 से हराया। अगले महीने 40 वर्ष के होने वाले फेडरर अपने 21वें ग्रैंडस्लैम खिताब की कवायद में लगे थे, लेकिन ह्यूबर्ट हरकाज मैच के दौरान वह किसी भी समय रंग में नहीं दिखे। पोलैंड के 14वीं वरीयता प्राप्त हरकाज ने पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के सेमीफानइल में प्रवेश किया है।
दूसरी ओर जोकोविच ने सेंटर कोर्ट में हंगरी के गैर वरीयता प्राप्त मार्टन फुकसोविच को 6-3, 6-4, 6-4 से हराया। यह 10वां मौका है, जब वह विम्बलडन के सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहे। उन्होंने ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंटों में 41वीं बार अंतिम चार में प्रवेश किया। जोकोविच सेमीफाइनल में दसवीं वरीयता प्राप्त डेनिस शापोवालोव का सामना करेंगे। कनाडा के शापोवालोव ने साढ़े तीन घंटे तक चले मैच में रूस के 25वें वरीय कारेन खाचनोव को 6-4, 3-6, 5-7, 6-1, 6-4 से पराजित किया। शापोवालोव पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं।
जोकोविच ने सहजता से अंक बटोरे और अब वह 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतकर फेडरर और राफेल नडाल के रिकार्ड की बराबरी करने की कवायद में हैं। सर्बिया के इस 34 वर्षीय खिलाड़ी ने इस सत्र में ग्रैंडस्लैम में 19 मैच जीते हैं और वह कैलेंडर ग्रैंडस्लैम पूरा करने की तरफ भी बढ़ रहे हैं। रॉड लीवर (1969) के बाद कोई भी पुरुष खिलाड़ी ऐसा नहीं कर पाया।
पहली बार ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल में खेल रहे फुकसोविच के खिलाफ जोकोविच ने 18 मिनट के अंदर 5-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। इसके बाद जोकोविच ने हालांकि तीन गेम गंवाये और पहला सेट उन्होंने छठे सेट प्वाइंट पर अपने नाम किया। इसके बाद दूसरा और तीसरा सेट जीतने में उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई।
22 वर्षीय शापोवालोव ने 2016 में विम्बलडन में जूनियर खिताब जीता था। उन्होंने खाचनोव से लगभग दोगुना 59 विनर्स लगाये। रूसी खिलाड़ी 31 विनर ही लगा पाया। शापोवालोव ने 17 ऐस भी जमाये जिससे उनकी 10 डबल फाल्ट की भरपायी भी हो गई। पांचवें और आखिरी सेट में दोनों खिलाड़ी 4-4 से बराबरी पर चल रहे थे। शापोवालोव ने इसके बाद दोनों गेम जीतकर मैच अपने नाम किया।