कौन बनेगा करोड़पति सीजन 14 में गुरुवार 25 अगस्त के एपिसोड में होस्ट अमिताभ बच्चन ने एक कंटेस्टेंट से 1971 में इंग्लैंड में भारत की ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत पर सवाल किया। नैनीताल के रहने वाले होटल मैनेजमेंट के प्रोफेसर प्रशांत शर्मा ने इस सावल का जवाब देकर 25 लाख रुपये जीता। 44 साल के इस कंटेस्टेंट से सवाल किया गया, ” साल 1971 में जब भारत ने इंग्लैंड में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती तो भारतीय फैंस ग्राउंड पर किस जानवर को लेकर आए थे? ” चार ऑप्शन गाय, हाथी, घोड़ा और ऊंट थे। इस सावल का जवाब है हाथी। आईए जानते हैं भारत के ऐतिहासिक सीरीज जीत की रोचक कहानी।

भारत 1971 में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरे पर वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज जीतने के बाद गया था। आलोचक इसे तुक्का बता रहे थे। उनका मानना था कि हाल ही में एशेज सीरीज जीतने वाली रे इलिंगवर्थ की टीम भारत को हरा देगी। इसके बावजूद अजीत वाडेकर की अगुआई वाली भारतीय टीम ने अपने पहले दो टेस्ट में कड़ा संघर्ष किया। दोनों टेस्ट ड्रा हो गए। इसके बाद आलोचक कुछ हद तक चुप हो गए।

इसके बाद द ओवल में खेला गया तीसरा टेस्ट भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से अंकित हो गया। टॉस जीतकर इंग्लैंड ने पहली पारी में 355 रनों का स्कोर खड़ा किया। भारतीय टीम 71 रन कम बना पाई। चौथे दिन इंग्लैंड के बल्लेबाज टेस्ट और सीरीज जीतने के इरादे से एक बड़ा टारगेट सेट करने के लिए बल्लेबाजी करने उतरे। अब फिरकी गेंदबाज भगवत चंद्रशेखर ने कमाल दिखाया और 38 रन देकर 6 विकेट ले लिए। श्रीनिवास वेंकटराघवन और बिशन बेदी से उन्हें अच्छा साथ मिला और इंग्लैंड की टीम 101 रनों पर ऑल आउट हो गई।

चेसिंगटन चिड़ियाघर से हाथी लेकर आए प्रसंशक

टीम इंडिया को जीत के लिए 173 रनों की जरूरत थी। चौथे दिन स्टंप तक भारत ने 2 विकेट पर 76 रन बना लिए थे। वाडेकर अभी भी 45 रन बनाकर क्रीज पर थे। टेस्ट मैच के अंतिम दिन गणेश चतुर्थी का पर्व था। ऐसे में भारतीय प्रसंशक पास के ही चेसिंगटन चिड़ियाघर से बेला नाम की हाथी को स्टेडियम लेकर आए। दिन के खेल की शुरुआत होने से पहले टीम मैनेजर हेमू अधिकारी ने वाडेकर को वह हाथी दिखाई। फैंस का मानना था कि हाथी के होने से भारतीय टीम की किस्मत चमकेगी और वह यह मैच जीतने में कामयाब होगी।

ऐसे मिली भारत को जीत

मुंबई के रहने वाले आधिकारी ने कहा कि ग्रणेश चतुर्थी का पर्व है और स्टेडियम में हाथी का होना शुभ है। इससे वाडेकर का मैच जीतने को लेकर आत्मविश्वास और बढ़ गया। वह आखिरी दिन बल्लेबाजी करने गए, लेकिन पहली ही गेंद पर रन आउट हो गए। पवेलियन लौटने के बाद इस जीत को संभव बनाने के लिए भगवान गणेश से प्रार्थना की और तुरंत सो गए। इसके बाद दो और विकेट गिरे, लेकिन फारुख इंजीनियर और आबिद अली ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी। वाडेकर जीत से अनजान थे क्योंकि वह तब तक सो रहे थे। इंग्लैंड के मैनेजर केन बैरिंगटन ने उन्हें बधाई देने के लिए जगाया।