भले ही हैवीवेट चैंपियन मोहम्मद अली अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके फैंस की संख्या लाखों में हैं। उन्होंने अपने जीवन में बहुत शोहरत और नाम कमाया। हालांकि, यह शायद ही किसी को मालूम हो वे किसके दीवाने थे। उनके छोटे भाई रहमान अली ने अपनी किताब में ‘माई ब्रदर, मोहम्मद अली’ (‘My Brother, Muhammad Ali’) खुलासा किया है कि मोहम्मद अली पर ब्रिटेन की महारानी के दीवाने थे।
शायद यही वजह रही होगी कि वे इंग्लैंड की महारानी के आधिकारिक आवास बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) में बॉक्सिंग लड़ना चाहते थे। ‘रिंग के किंग’ मोहम्मद अली की चाहत थी कि जब वे बकिंघम पैलेस में अपनी मुक्केबाजी का दम दिखा रहें हों तो महारानी (Queen) उन्हें देख रही हों। हालांकि, मोहम्मद अली की यह इच्छा अधूरी ही रह गई, क्योंकि 2016 में 74 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
रहमान अली ने अपनी किताब में लिखा है, ‘मेरे भाई को ब्रिटेन में उनके प्रशंसकों से बहुत प्यार करते थे। जब भी वे समुद्र पार (इंग्लैंड) जाते, फैंस उनका बहुत ही गर्मजोशी से स्वागत करते। मोहम्मद अक्सर बकिंघम पैलेस जाने को लेकर मजाक किया करते थे। वे हमारे सामने अपनी शेखी बखारते हुए कहते थे, किंग (महाराजा) को पैलेस (महल) में रहने की जरूरत है और मैं महाराजा हूं। मोहम्मद जब भी इंग्लैंड जाते थे, महारानी का ख्याल हमेशा उनके दिमाम में रहता था।’
रहमान ने बताया, ‘अली पर हमेशा ब्रिटिश रॉयल फैमिली का जादू चढ़ा रहता था। वे प्रिंस चार्ल्स और उनके पिता ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग को जेंटलमेन ‘सज्जन’ मानते थे।’ रहमान के मुताबिक, ‘मोहम्मद ब्रिटिश सम्राट का बहुत आदर करते थे। वे कई बार उनसे मुलाकात कर चुके थे। असल में, उन्होंने एक बार निजी तौर पर खुलासा किया था कि उन्हें बकिंघम पैलेस में बॉक्सिंग करना पसंद है।’
रहमान ने बताया, ‘मोहम्मद ने एक बार उनसे कहा था, क्या तुम मैडिसन स्क्वायर गार्डन की जगह बकिंघम पैलेस में मोहम्मद अली को लाइव बॉक्सिंग करते हुए देखने की कल्पना कर सकते हो। यह कहने के बाद वे ठहाका लगाकर हंस पड़े थे।’ रहमान ने कहा, ‘महारानी को रिंगसाइड में बैठे देखना उनका सपना था। हालांकि, मेरे भाई को शायद इस बात का अहसास था कि यह बहुत असंभव होगा।’