पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन नॉर्वे शतरंज 2025 में अपनी हंसी नहीं रोक पाए जब भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश से टूर्नामेंट का फेवरेट मोमेंट के बारे में सवाल हुआ। गुकेश से पूछा गया कि टूर्नामेंट के किस मोमेंट को वह सबसे ज्यादा याद रखेंगे तो भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने बिना किसी हिचकिचाहट के कहा, “मैग्नस को हराना।” इस जवाब से पूरे इवेंट हंसी की लहर दौड़ गई। वहां मौजूद मैग्नस कार्लसन अपनी मुस्कान छिपाने की कोशिश कर रहे थे।

जब यही सवाल कार्लसन से पूछा गया तो उन्होंने गुकेश की बात दोहराई। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वही कारण है। मेरा मतलब है कि टूर्नामेंट में कई शानदार पल थे, लेकिन यह निश्चित रूप से सबसे अलग है।” नॉर्वे चेस 2025 का सबसा खास पल गुकेश की दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी पर पहली जीत थी। इस युवा भारतीय ने इस मुकाबले में जीत के साथ चेस की दुनिया को चौंका दिया।

कार्लसन ने सातवीं बार नॉर्वे शतरंज का खिताब जीता

इस उलटफेर के बावजूद कार्लसन ने अपने करियर में सातवीं बार नॉर्वे शतरंज का खिताब जीता। इसका श्रेय अंतिम दौर में नाटकीय रूप से वापसी को जाता है। क्लासिकल गेम में अर्जुन एरिगैसी के खिलाफ उनका ड्रॉ गुकेश और फैबियानो कारुआना दोनों को पछाड़ने और घरेलू सरजमीं पर एक और टूर्नामेंट पर कब्जा जमाना पर्याप्त था।

एरिगैसी के खिलाफ कार्लसन की हालत खराब थी

आखिरी राउंड में कार्लसन से गुकेश सिर्फ आधे अंक से पीछे थे। 34 चालों तक एरिगैसी के खिलाफ कार्लसन की हालत खराब थी। युवा भारतीय ने बेहतरीन सूझबूझ दिखाते हुए बेहतर स्थिति बना ली थी। इससे कार्लसन और घरेलू दर्शक चिंता में पड़ गए थे।

कार्लसन ने डिफेंस को अटैक में बदला

फिर सिर्फ छह चालों में मुकाबला पलट गया। कार्लसन ने डिफेंस को अटैक में बदला। अपने दो नाइट और एक रूक के साथ उन्होंने एरिगैसी के किंग पर अटैक किया। कार्लसन ने पहले खुद को एक खतरनाक स्थिति से बचाया और फिर जवाब दिया। हालांकि, कार्लसन इसे जीत में नहीं बदल सके और तीन बार दोहराव के बाद ड्रॉ के लिए सहमत हुए। इसके कारण उनकी चैंपियनशिप को सुरक्षित हो गई।