दिग्गज फर्राटा धावक उसैन बोल्ट ने मौजूदा सत्र में चोटों से जूझने के बावजूद विश्व चैंपियनशिप में एक बार फिर तीन स्वर्ण पदक जीतने के बाद लोगों को चेताया है कि वे अगर उन्हें चुका हुआ समझते हैं तो इसके नतीजों के लिए वे खुद जिम्मेदार हैं।

बोल्ट ने चार गुणा 100 मीटर रिले में जमैका को स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई जबकि इससे पहले वे अमेरिका के अपने प्रतिद्वंद्वी जस्टिन गैटलिन को पछाड़कर 100 मीटर और 200 मीटर में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। बड़ी प्रतियोगिताओं में बोल्ट की यह स्वर्ण पदकों की पांचवीं हैट्रिक है।

इससे पहले यह दिग्गज 2008 बेजिंग और 2012 लंदन ओलंपिक और 2009 बर्लिन विश्व चैंपियनशिप और 2013 मास्को विश्व चैंपियनशिप में यह कारनामा कर चुका है। बोल्ट को एकमात्र निराशा 2011 में देगू में विश्व चैंपियनशिप के दौरान हाथ लगी थी जब 100 मीटर में गलत शुरुआत के कारण उन्हें सिर्फ 200 मीटर खिताब और रिले स्वर्ण पदक के साथ लौटना पड़ा था।

बोल्ट ने कहा- यह और भी बेहतर है, सभी को गलत साबित किया। इस दिग्गज धावक ने कहा कि यह सत्र उतार चढ़ाव भरा रहा। सिर्फ इतनी उम्मीद कर रहा हूं कि अगला सत्र ऐसा नहीं हो। उन्होंने कहा कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करूंगा जिससे की सत्र की शुरुआत में ही सही राह पर आ जाऊं और उम्मीद करता हूं कि रियो में अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए पूरी तरह तैयार होकर जाऊंगा।