क्रिस्टियानो रोनाल्डो, गेरेथ बेल और रोबर्ट लेवानडोवस्की की टीमें क्रम से पुर्तगाल, वेल्स और पोलैंड यहां यूरो 2016 फुटबाल चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने में सफल रहीं। रिकार्डो क्वारेस्मा के हेडर से अतिरिक्त समय के खत्म होने से तीन मिनट पहले किए गए गोल से पुर्तगाल ने बीती रात क्रोएशिया को 1-0 से शिकस्त देकर अंतिम आठ में जगह बनाई, जहां उसकी भिड़ंत पोलैंड से होगी। बायर्न म्यूनिख के स्टार लेवानडोवस्की एक बार फिर गोल करने में असफल रहे लेकिन पोलैंड ने 120 मिनट में 1-1 की बराबरी के बाद पेनल्टी शूटआउट में स्विट्जरलैंड को 5-4 से शिकस्त दी।

वेल्स के स्टार खिलाड़ी बेल ने 75वें मिनट में क्रास किया, उत्तरी आयरलैंड के गेरेथ मैकआॅले ने इसे बचाने के चक्कर में अपने ही नेट में गोल कर दिया। आयरलैंड ने इस आत्मघाती गोल से मैच गंवा दिया। वेल्स का सामना अब हंगरी और बेल्जियम के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।

बेल तीन गोल कर स्पेन के अलवारो मोराता के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर चल रहे हैं। उत्तरी आयरलैंड ने काफी देर तक बेल को रोके रखा। लेकिन वेल्स 1958 विश्व कप के बाद पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट के अंतिम आठ में पहुंचने में सफल रहा। मैच के बाद बेल ने ईमानदारी दिखाते हुए कहा कि जीत तो जीत होती है, इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप कैसे जीते।

वहीं पुर्तगाल और क्रोएशिया के बीच मैच यूरो इतिहास में ऐसा मुकाबला बन गया जिसमें कोई भी टीम नियमित 90 मिनट के दौरान एक भी शाट लक्ष्य की ओर नहीं लगा सकी। कुछ का मानना है कि यह किसी बड़ी प्रतियोगिता के इतिहास में सबसे बदतरीन मैचों में शुमार किया जाएगा। क्रोएशिया ने रोनाल्डो और नानी को घेरे रखने और उन तक पास नहीं पहुंचने देने की रणनीति अपनाई पर इस प्रक्रिया में उसके अपने स्टार फारवर्ड मैंडजुकिक पूरी तरह अलग थलग पड़ गए और उन्हें बाकी साथियों से कोई सहयोग नहीं मिल पाया।

पुर्तगाल ने आखिर में मैच के 117वें मिनट में गोल किया जब रोनाल्डो के नीचा रहते शाट को गोलकीपर डेनिजेल सुबासिक ने रोक लिया पर वहीं मौजूद रिकार्डो क्वारेस्मा ने हेडर पर इसे गोल में डालने में कोई चूक नहीं की। हालांकि इसके तुरंत बाद ही विडा ने लगभग गोल कर ही दिया था पर उनका शाट पोल से टकरा गया। क्रोएशिया के कोच एंटे कैसिक ने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि फुटबाल में हमेशा अच्छा खेलने वाली टीम ही जीतती है। हमें कई मौके मिले और मैच में हमारा दबदबा रहा पर बेहतर टीम हमेशा नहीं जीतती और इस मैच में भी यही हुआ।

उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पुर्तगाल की टीम फाइनल में पहुंच पाएगी जो कि दस जुलाई को होना है। इससे पहले पुर्तगाल को पोलैंड को हराना होगा जिसने पेनल्टी शूटआउट में स्विट्जरलैंड को बाहर किया। पोलैंड 1-0 से आगे ता और स्विट्जरलैंड ने जारदान शकीरी के गोल से बराबरी हासिल की जो शायद अभी तक इस टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ट कहा जा सकता है। पोलैंड के सुपर स्टार लेवानडोवस्की इस मैच में भी गोल नहीं कर पाए और उनकी टीम की ओर से पहला गोल ब्लास्जसिकोवस्की ने किया।

आखिर में पेनल्टी शूटआउट में स्विट्जरलैंड के ग्रेनिट जाका गेंद को काफी बाहर मार बैठे और पौलैंड सभी पांचों पेनल्टी पर गोल करके क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया। पोलैंड के कोट एडम नवाल्का इस नतीजे से खुश दिखे पर उन्होंने ताकीद की कि उनकी टीम को मिले मौकों का फायदा उठाना सीखना होगा। स्विस कोच व्लादिमीर पेटकोविच दूसरे हाफ में लगातार दबदबे के बावजूद अपनी हार से निराश दिखे। उन्होंने कहा कि पेनल्टी शूटआउट तो जुए की तरह है।