Tokyo Olympics 2020: टोक्यो ओलंपिक का 12वां दिन भारत के लिए निराशाजनक रहा। भारत के स्टार शॉट पुट खिलाड़ी तेजिंदरपाल सिंह तूर फाइनल की रेस से बाहर हो गए। इससे पहले हॉकी में भारत की पुरुष टीम सेमीफाइनल का मुकाबला हार गई। हालांकि, उसके पास पदक जीतने का अभी एक मौका बाकी है।
अब वह कांस्य पदक के लिए मैदान पर उतरेगी। पुरुष हॉकी के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने जर्मनी को 3-1 से हरा दिया। अब कांस्य पदक के लिए भारत का मुकाबला जर्मनी से होगा। पुरुष हॉकी के पहले सेमीफाइनल में बेल्जियम ने भारत को 5-2 से हराया था।
तेजिंदरपाल सिंह ग्रुप ए के क्वालिफिकेशन राउंड में 13वें स्थान पर रहे। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 19.99 मीटर रहा। उन्हें फाइनल के लिए 21.20 मीटर दूर गोला फेंकना या शीर्ष 12 खिलाड़ियों में जगह बनाना जरूरी था। इस तरह वह फाइनल की रेस से बाहर हो गए।
रेसलिंग में सोनम मलिक को भी हार मिली। सोनम मलिक फ्रीस्टाइल 62 किग्रा वर्ग में मंगोलिया की खुरेलखू से हार गईं। खुरेलखू इसी वर्ग के सेमीफाइनल में ताएबे मुस्तफा के हाथों 0-10 से हार गईं। अगर खुरेलखू सेमीफाइनल जीतकर फाइनल में पहुंच जातीं तो सोनम मलिक को रेपेचेज राउंड खेलने का मौका मिलता और उनके पास ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका रहता।
फाउल के चलते तेजेंद्रपाल सिंह तूर के दो मौके अमान्य करार कर दिए गए। तेजेंद्रपाल सिंह तूर पदक की दौड़ से बाहर हो गए हैं। उन्हें फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के लिए टॉप-12 में अपनी जगह बनानी थी, लेकिन वह 13वें नंबर पर रहे।
शॉट पुटर तेजिंदर पाल सिंह तूर ग्रुप ए क्वालिफिकेशन राउंड में 19.99 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ 13वें स्थान पर रहने के बाद पुरुषों की शॉट पुट स्पर्धा से बाहर हो गए।
तेजिंदर पाल सिंह तूर का दूसरा प्रयास फाउल के चलते खारिज। तेजिंदर ने पहले प्रयास में 19.99 मीटर गोला फेंका था। वह अब भी क्वॉलिफिकेशन मार्क से दूर हैं। सर्बिया के अरमिन सिनानसेविच ने 20.81 मीटर का थ्रो फेंका है। वह अभी दूसरे स्थान पर मौजूद हैं। भारत के तेजिंदर पाल सिंह तूर अभी तीसरे स्थान पर हैं।
भारत के तेजेंदर पाल सिंह तूर शॉट पुट में चुनौती पेश कर रहे हैं। पुरुष शॉट पुट क्वॉलीफिकेशन ग्रुप A के मुकाबले में तेजिंदर पाल सिंह तूर ने सबसे पहले गोला फेंका। तूर का पहला थ्रो 19.99 मीटर पर रहा। पुरुष शॉट पुट क्वॉलीफिकेशन ग्रुप A में क्वॉलिफिकेशन मार्क 21.20 मीटर है।
भारतीय महिला हॉकी टीम पहले ही इतिहास रच चुकी है और अब उसका लक्ष्य तोक्यो ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में अर्जेंटीना को हराकर अपनी उपलब्धियों को चरम पर पहुंचाना होगा। भारत की आत्मविश्वास से भरी 18 सदस्यीय महिला टीम ने सोमवार को तीन बार के चैंपियन आस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर ने 22वें मिनट में भारत को मिले एकमात्र पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ। इस मैच से पहले सभी परिस्थितियां रानी रामपाल की अगुवाई और सोर्ड मारिन की कोचिंग वाली टीम के खिलाफ थी। भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मास्को ओलंपिक 1980 में रहा था जब वह छह टीमों में चौथे स्थान पर रही थी। महिला हॉकी ने तब ओलंपिक में पदार्पण किया था और मैच राउंड रोबिन आधार पर खेले गये थे जिसमें शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें फाइनल में पहुंची थी।
सोनम मलिक अब भी मेडल की रेस में कायम है। अगर मंगोलिया की बोलोरतुया फाइनल में पहुंच जाती हैं तो सोनम मलिक को रेपेचेज राउंड खेलने का मौका मिलेगा जिससे वह ब्रॉन्ज मेडल जीत सकती है।
भारतीय पहलवान सोनम मलिक को मंगलवार को यहां महिला 62 किग्रा वर्ग के पहले दौर के मुकाबले में ही मंगोलिया की बोलोरतुया खुरेलखू के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। ओलंपिक में पदार्पण कर रही सोनम को अब इंतजार करना होगा कि उन्हें रेपेचेज दौर में हिस्सा लेने का मौका मिलता है या नहीं। उन्नीस साल की सोनम दो ‘पुश-आउट’ अंक जुटाकर 2-0 से आगे चल रही थी लेकिन एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता खुरेलखू ने भारतीय पहलवान को गिराकर दो अंक हासिल करते हुए बराबरी हासिल कर ली जबकि मुकाबले में सिर्फ 35 सेकेंड का खेल बचा था।
भारत की अनु रानी ने भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पायी और मंगलवार को यहा 54.04 मीटर के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ 14वें स्थान पर रही। अनु ने 14 खिलाड़ियों के ग्रुप ए में 50.35 मीटर भाला फेंककर शुरुआत की और अपने दूसरे प्रयास में 53.19 मीटर की दूरी तय की। इस 29 वर्षीय एथलीट को 12 खिलाड़ियों के फाइनल में जगह बनाने के लिये बेहतरीन प्रदर्शन करने की जरूरत थी लेकिन वह 63 मीटर के स्वत: क्वालीफिकेशन संख्या के करीब भी नहीं पहुंच पायी।
भारत ने बेल्जियम को मैच में वापसी करने का मौका दिया है। दूसरे क्वार्टर में बेल्जियम की टीम हावी रही है। मैच के 19वें मिनट में Alexander Hendrickx ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल किया है