अपनी दिलेरी और जुझारूपन से इतिहास रच चुकी भारतीय महिला हॉकी टीम की फॉरवर्ड खिलाड़ी वंदना कटारिया के परिवार पर कुछ लोगों ने जातिसूचक टिप्पणी की थी। सेमीफाइनल मुक़ाबले में अर्जेंटीना से मिली हार के बाद वंदना के परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी और उनके घर के बाहर पटाखे फोड़ शर्मनाक हरकत की गई थी।
इस घटना के बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए एक हॉकी खिलाड़ी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि FIR दर्ज कर मुख्य आरोपी विजयपाल को रोशनाबाद स्टेडियम से गिरफ्तार कर लिया गया और अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस. ने बताया कि वंदना के भाई चंद्रशेखर कटारिया की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मामले में तीन नामजद सहित अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
हरिद्वार पुलिस के एक बयान के अनुसार, आईपीसी की धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और SC/ST अधिनियम के तहत तीन आरोपी विजय पाल, अंकुर पाल और सुमित चौहान और अन्य अज्ञात आरोपी के खिलाफ सिडकुल थाना में FIR दर्ज की गई है।
वहीं खेल मंत्री अरविंद पांडे ने हरिद्वार के जिलाधिकारी और एसएसपी को वंदना के स्वजन से बदसलूकी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वंदना कटारिया के भाई से फोन पर बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
वंदना के भाई चन्द्रशेखर ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया “हमने 3-4 युवा लड़कों को पटाखे फोड़ते देखा और वे हमारे घर के बाहर नाच रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरी जाति के लोग नेशनल टीम में कैसे खेलते हैं ?” उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा परिवार काफी डरा हुआ है क्योंकि उन्होंने हमें जान से मारने की भी धमकी दी है। हमने मामले की पूरी जानकारी देते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।’
चन्द्रशेखर ने आगे कहा, ‘ उनमें से दो हॉकी खिलाड़ी हैं और उनकी हमसे दुश्मनी है। लेकिन ओलंपिक में राष्ट्रीय टीम की हार पर इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है। इनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।’

