Tokyo Olympics 2020 Live Updates: टोक्यो ओलंपिक का आज 15वां दिन है। भारत अबतक 5 मेडल जीत चुका है। इसी बीच भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (65 किग्रा) ओलंपिक सेमीफाइनल में अजरबेजान के हाजी अलीएव से 5-12 से हारे। अब कांस्य पदक के लिये खेलेंगे।
वहीं अपना पहला ओलंपिक खेल रही भारतीय पहलवान सीमा बिस्ला 50 किलोवर्ग के पहले दौर में ट्यूनीशिया की सारा हमदी से 1-3 से हार गई। सीमा को हमदी ने खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया । मुकाबले में कोई दाव देखने को नहीं मिले । हमदी ने तीन में से दो अंक पुशआउट पर और एक सीमा के रक्षात्मक खेल पर बनाये। सीमा ने अपने प्रतिद्वंद्वी को धक्का देकर अंक बनाया ।
अब उसे इंतजार करना पड़ेगा चूंकि हमदी फाइनल में पहुंचती है तो उसे रेपेशॉज खेलने का मौका मिलेगा। सीमा ने 2017 के बाद से कोई राष्ट्रीय टूर्नामेंट नहीं जीता है लेकिन मई में सोफिया में विश्व ओलंपिक क्वालीफायर जीतकर ओलंपिक में जगह बनाई थी ।


भारत अबतक 5 मेडल जीत चुका है। इसी बीच भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (65 किग्रा) ओलंपिक सेमीफाइनल में अजरबेजान के हाजी अलीएव से 5-12 से हारे। अब कांस्य पदक के लिये खेलेंगे।
टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचकर सेमीफाइनल तक पहुंची भारतीय टीम कांस्य पदक के मुकाबले में ब्रिटेन से 3- 4 से हारकर चौथे स्थान पर रही। आखिरी सीटी बजने के बाद ही भारतीय खिलाड़ी मैदान पर फूट फूट कर रोने लगी और कोच शोर्ड मारिन तथा टीम के वैज्ञानिक सलाहकर वेन लोम्बार्ड उन्हें संभालते नजर आये। प्रधानमंत्री मोदी ने कप्तान रानी रामपाल और पूरी टीम से फोन पर कहा, ‘‘आप सभी लोग बहुत बढिया खेले हैं। आपने इतना पसीना बहाया है पिछले पांच छह साल से। सब कुछ छोड़कर आप इसी में साधना कर रहे थे। आपका पसीना पदक नहीं ला सका लेकिन आपका पसीना आज देश की करोड़ों बेटियों की प्रेरणा बन गया है।’’
भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन को अपनी टीम पर गर्व है और ओलंपिक कांस्य पदक मुकाबले में पराजय के बावजूद उन्होंने अपने खिलाड़ियों से को आंसू रोकने के लिये नहीं कहा लेकिन उनका कहना है कि अपने दिलेर प्रदर्शन से पूरे देश को प्रेरित करने वाली टीम को खुश होना चाहिये । भारतीय टीम तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में ब्रिटेन से 3 . 4 से हार गई। ओलंपिक में यह अब तक का भारतीय महिला हॉकी टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है जो पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची ।
भारतीय गोल्फर अदिति अशोक तोक्यो ओलंपिक में गोल्फ में भारत के पहले पदक की दावेदार बनी हुई हैं जिन्होंने तीसरे दौर में तीन अंडर 67 स्कोर करके दूसरा स्थान बनाये रखा है । अदिति तीन दौर के बाद 12 अंडर 201 के स्कोर के साथ अकेली दूसरे स्थान पर है । अमेरिका की नैली कोरडा उनसे तीन स्ट्रोक्स आगे है जिन्होंने इस दौर में दो अंडर 69 स्कोर किया । न्यूजीलैंड की लीडिया को, ऑस्ट्रेलिया की हन्ना ग्रीन, डेनमार्क की क्रिस्टीन पेडरसन और जापान की मोने इनामी 10 अंडर 203 के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं । अदिति ने पांच बर्डी लगाये और दो बोगी किये । उन्होंने नौवें और 11वें होल पर बोगी करने के बाद 15वें और 17वें होल पर बर्डी लगाये । इससे पहले उन्होंने चौथे, छठे और सातवें होल पर भी बर्डी लगाये थे । भारत की दीक्षा डागर एक ओवर 72 के स्कोर के साथ निचले हाफ में है । अदिति का यह दूसरा ओलंपिक है । रियो (2016) में वह 41वें स्थान पर थी ।
स्टार गोल्फर अदिति अशोक ने अपने प्रदर्शन से पदक की आस जगा दी है। अदिति महिलाओं के व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले के तीसरे दौर के बाद दूसरे स्थान पर हैं। अदिति के पास गोल्ड मेडल जीतने का बेहतरीन मौका है। अगर खराब मौसम के कारण शनिवार (7 अगस्त) को चौथा और फाइनल राउंड नहीं होता है तो अदिति को सिल्वर मेडल मिल सकता है। वहीं, अगर फाइनल राउंड पूरा होता है तो वह गोल्ड मेडल जीतने की प्रबल दावेदार होंगी।
ईरान के पहलवान ने पहले पीरियड में एक अंक जुटाकर बजरंग पर बढ़त बना ली। इस पीरियड में ज्यादातर समय बजरंग घियासी की रक्षात्मक खेल को मात नहीं दे सके। इस दौरान घियासी ने बजरंग के दायें पैर पर मजबूत पकड़ बना ली थी। दूसरे पीरियड के आखिरी क्षणों में भी घियासी ने बजरंग के दायें पैर पर फिर से मजबूत पकड़ बनाने में सफल रहे लेकिन भारतीय पहलवान ने शानदार कौशल का परिचय दिया और वह इससे बाहर निकलने में सफल रहे। उन्होंने इसके बाद घियासी को चित कर जीत दर्ज की। बजरंग को फाइनल में जगह बनाने के लिए अजरबैजान के हाजी अलीव से भिड़ना होगा। अलीव तीन बार के विश्व चैंपियन और रियो खेलों के कांस्य विजेता हैं।
भारतीय महिला हॉकी टीम के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भले ही टीम पदक से चूक गई हो लेकिन नये भारत को प्रतिबिंबित करती है जो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके नयी ऊंचाइयों को छू रहा है । भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक के मुकाबले में ब्रिटेन से 3 . 4 से हार गई।
बजरंग ने दो अंक वाला एक स्कोर बनाया था इसलिए उन्हें विजेता घोषित किया गया। बजरंग के लिए यह मुकाबला आसान नहीं था और यहां पहले मुकाबले में वह जिस तरह की जीत के लिए जाने जाते है वह नहीं दिखा। वह रूस के एक स्थानीय टूर्नामेंट के दौरान घुटने की मामूली चोट से उबर कर इन खेलों में आए है।
ब्रिटेन ने तीसरा गोल किया है. ब्रिटेन की ओर से वेब ने 35वें मिनट में गोल कर अपनी टीम को बराबरी दिलाई। इसके बाद भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन गुरजीत कौर गोल करने में असफल रही। स्कोर 3-3 है।