नॉन-स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज के रन आउट होने पर स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या बिल्कुल स्पष्ट हैं। खेल भावना का हवाला देकर इस मुद्दे को हवा देने वालों को उन्होंने दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘भाड़ में जाए खेल भावना। हमें इस बारे में हंगाम करना बंद करने की जरुरत है।’ यही नहीं, उनका यह भी कहना है कि आईसीसी ने इसे लेकर नियम बनाया है। यदि गलत है तो नियम हटा दें।
आईसीसी ने इस तरह के आउट होने को ‘रन आउट’ करार दिया है। उसने अपनी नियम पुस्तिका से इसे अनुचित खेल खंड से हटा भी दिया है। आईसीसी (ICC) के प्लेइंग कंडीशन नियमों में बदवाल एक अक्टूबर से लागू हो गया है। इसके बावजूद इस तरह से आउट करने को क्रिकेट से जुड़े कुछ वर्गों द्वारा ‘खेल भावना’ के खिलाफ बताया जा रहा है।
यह मुद्दा उस समय चर्चा का विषय बन गया, जब दीप्ति शर्मा ने चार्ली डीन को नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट कर दिया। भारतीय टीम ने पिछले महीने इंग्लैंड में महिला वनडे सीरीज में 3-0 से ऐतिहासिक क्लीन स्वीप किया। ऑस्ट्रेलिया में चल रहे टी20 वर्ल्ड कप 2022 में आईसीसी रिव्यू पॉडकॉस्ट पर हार्दिक पंड्या ने कहा, ‘हमें इस बारे (नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट) में हंगामा करना बंद करना होगा। यह बिल्कुल सरल नियम है।’
हार्दिक पंड्या से पूछा गया था कि वह नियमों और रणनीति में बदलाव को कैसे देखते हैं। इस पर हार्दिक ने कहा, ‘यदि यह खेल भावना के साथ है ये है। अगर नहीं है तो नियम को हटा दें। व्यक्तिगत रूप से मुझे इससे कोई समस्या नहीं है। अगर यह बात स्पोर्ट्स स्पिरिट के खिलाफ है तो भाड़ में जाए खेल भावना।’
हार्दिक पंड्या ने कहा, ‘अगर मैं (क्रीज से) बाहर निकल रहा हूं और मुझे कोई रन आउट करता है तो इसमें मेरी गलती है। वह (गेंदबाज) अपने फायदे के लिए इस नियम का इस्तेमाल कर रहा है। यह बिल्कुल सही है। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।’
हार्दिक पंड्या ने कहा कि विशेष रूप से छोटे प्रारूप में मैच-अप काम नहीं करता है। उन्होंने कहा, ‘मुझे यह कहने में कोई आपत्ति नहीं है कि यह टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में काम कर सकता है, लेकिन टी20 क्रिकेट में नहीं। मैं कभी भी मैच-अप को लेकर चिंतित नहीं होता हूं।’ अपनी क्रिकेट महत्वाकांक्षाओं के बारे में हार्दिक पंड्या ने कहा, मैं महान बनने के लिए नहीं, बल्कि उत्कृष्टता के लिए दौड़ रहा हूं।