क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। बड़े से बड़ा खिलाड़ी भी कब गच्चा खा जाए, कहा नहीं जा सकता। क्रिकेट में यूं तो खिलाड़ी कई तरह से आउट हो सकता है। लेकिन किसी भी बल्लेबाज के लिए दुखी होने वाला लम्हा शायद वही होता है, जब वह शून्य या गोल्डन डक पर आउट होता है। आइए आपको बताते हैं उन खिलाड़ियों में जो अपने करियर में सबसे ज्यादा बार शून्य या गोल्डन डक (पहली गेंद पर बगैर खाता खोले आउट) पर आउट हुए हैं।
सनथ जयसूर्या: श्रीलंका के लिए 1989-2011 तक खेलने वाले अॉलराउंडर सनथ जयसूर्या 34 बार शून्य पर आउट हुए हैं, जिसमें 10 बार वह गोल्डन डक यानी पहली ही गेंद पर आउट हो गए थे। 445 वनडे में जयसूर्या ने 13430 रन बनाए हैं, जिसमें 28 शतक और 68 अर्धशतक शामिल हैं।
शाहिद अफरीदी: हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले अफरीदी 30 बार बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट चुके हैं। वह 13 बार गोल्डन डक और 17 बार शून्य पर आउट हुए हैं। वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के (351) लगाने का रिकॉर्ड अब तक अफरीदी के नाम है।
वसीम अकरम: 356 मैच खेलने वाले वसीम अकरम यूं तो वनडे में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। लेकिन सबसे ज्यादा बार गोल्डन डक पर आउट होने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है। पूरे करियर में वह 28 बार शून्य पर आउट हुए हैं। वह एेसे खिलाड़ी हैं, जो 14 बार गोल्डन डक पर आउट हुए हैं।
महेला जयवर्धने: 448 वनडे मैच खेलने वाले इस स्टार बल्लेबाज ने 12650 रन बनाए हैं। लेकिन 28 बार बिना खाता खोले पवेलियन भी लौटना पड़ा है। 5 बार वह गोल्डन डक पर आउट हुए हैं और 23 बार शून्य पर। जयवर्धने ने अपने करियर में 19 शतक और 77 अर्धशतक लगाए हैं।
मुथैया मुरलीधरन: वनडे और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले मुथैया मुरलीधरन भी उन खिलाड़ियों में हैं, जो सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट हुए हैं। मुरलीधरन 25 बार शून्य पर आउट हुए हैं, जिसमें 13 गोल्डन डक हैं। वनडे में उन्होंने 534 विकेट हासिल किए हैं। वह 10 बार 5 से ज्यादा विकेट ले चुके हैं।

