तीसरे महायुद्ध का खतरा अभी पूरी तरह से टला भी नहीं है कि जापान में होने वाले खेलों के महामुकाबले ओलंपिक के दौरान आतंकी हमले की आशंका बढ़ गई है। जापान की राजधानी टोक्यो में इस साल 24 जुलाई से लेकर 29 अगस्त तक ओलंपिक खेल होने हैं। इसको लेकर तैयारियों का दौर तेजी पर है, लेकिन इस महामुकाबले पर आतंकियों की भी बुरी नजर है। कुछ दिन पहले जापान की नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी ने भी आतंकी हमलों को लेकर चेतावनी जारी की थी। लेकिन, अब इस तरह के ड्रोन हमलों को नाकाम करने के लिए जापान पुलिस खास तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है।

इस तरह के हमले को रोकने के लिए जापान पुलिस हर खेल मैदान के आसपास डिटेक्शन सिस्टम लगाएगी। जापान के निक्केई अखबार में छपी रिपोर्ट की मानें तो पुलिस ऐसे उपकरण का इस्तेमाल करेगी जो सिग्नल को कैच करेंगे। इससे आतंकियों के ड्रोन का पता लगाया जा सकेगा। उपकरण यह भी बताएगा कि ड्रोन कहां और कितनी ऊंचाई पर उड़ रहा है।

इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ड्रोन्स का इस्तेमाल करेगी।  पुलिस के ड्रोन्स  आतंकियों के ड्रोन्स पर जाल फेंकेंगे जिससे वह निष्प्रभावी हो जाएंगे। इससे उड़ रहे ड्रोन का उसे संचालित कर रहे व्यक्ति से संपर्क टूट जाएगा।

खबरों की मानें तो इस खास तकनीक के माध्यम से सैकड़ों किलोमीटर दूर उड़ रहे ड्रोन का भी पता लगाया जा सकेगा। बता दें कि जापान में 56 साल बाद ओलंपिक का आयोजन हो रहा है। इसको लेकर जापान ने खास तैयारियां की हैं और नए स्टेडियम भी बनाए हैं।

यहां आने वाले पर्यटकों को रिझाने के लिए 6 फीट का एक रोबोट बनाया गया है। इसका नाम एरिसा है। एरिसा लोगों को रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की जानकारी देने के अलावा रास्ता बताने में भी मदद करेगा।