पिछले कुछ महीनों से क्रिकेटर सुरेश रैना टीम से बाहर हैं। इसके चलते उनके क्रिकेटर को अलविदा कहने की खबरें भी आने लगी थीं। इस बारे में जब सहयोगी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने इन अटकलों को सुरेश रैना से बातचीत की तो उन्होंने इन सभी सवालों के जवाब दिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप क्रिकेट छोड़ना चाहते हैं तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि नहीं, मैंने एेसा कुछ नहीं सोचा, आप सोच रहे हो क्या? इसके बाद वह कहते हैं, लोगों को काम चाहिए बोलने का, एेसा है, वैसा है। मुझे अपनी बेटी को अस्पताल लेकर जाना होता है। मुझे घर के भी काम होते हैं और मैं ये नहीं देख सकता कि लोग उसके लिए मेरी आलोचना करें। कोई बाहर का बंदा नहीं आएगा ये सब करने।
इस 30 वर्षीय क्रिकेटर के लिए पिछले कुछ महीने काफी कठिन रहे हैं। उन्हें भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट्स में जगह नहीं मिल पाई है। साथ ही एक न्यूज रिपोर्ट में एक अज्ञात कोच के हवाले से कहा गया कि उनका फोकस अब परिवार पर ज्यादा हो गया है और वह अब क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। लेकिन इन सभी अटकलों के खारिज किए जाने के बाद रैना के फैन्स जरूर खुश होंगे। रैना कहते हैं कि उनकी 11 महीने की बेटी ग्रेसिया और उनकी खुद की तबीयत काफी खराब थी। रैना ने कहा कि मैंने राज्य के सिलेक्टर्स और बीसीसीआई को बता दिया था और रणजी और दिलीप ट्रॉफी में कुछ मैच खेलने के बाद मैंने खुद को इससे दूर कर लिया। अगर मैं ही अपनी बेटी का ख्याल नहीं रखूंगा तो कौन रखेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने काफी चुनौती भरे थे। मुझे क्रिकेट से दूर होना पड़ा, क्योंकि स्थिति ही एेसी थी। मेरी और मेरी बेटी दोनों ही तबीयत खराब थी। अगर तब भी मेरी आलोचना होती है, तो मैं क्या कह सकता हूं। कोई भी बाल-बच्चे वाला इंसान यह अच्छी तरह समझ जाएगा। शाहिद कपूर अपनी बेटे के पैदा होने के 6 महीने तक फिल्मों से दूर रहे। क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी अपनी बेटी की देखभाल के लिए कुछ वक्त निकाला। इन सबकी आलोचना नहीं की जा सकती लेकिन लोगों का काम है कहना।
