अपनी तेज रफ्तार गेंदबाजी से विश्व के महान बल्लेबाजों को दहशत में रखने वाले पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज शोएब अख्तर ने बचपन में बेहद तंग हालात देखे। आलम ये था कि शोएब 1 कमरे के मकान में रहे और 50 पैस के गन्ने के जूस के लिए उधार तक मांगा। शोएब के पास इतने पैसे नहीं होते थे कि वह प्रैक्टिस के लिए बस से जा सकें। इसके चलते वो रोज 1 घंटा भागकर स्टेडियम पहुंचते।
एक बार ट्रायल के लिए शोएब को लाहौर जाना था लेकिन जेब में पैसे नहीं थे। लाहौर इतना पास भी नहीं कि भागकर जा सकें। ऐसे में शोएब एक बस में बगैर टिकट लिए ही चढ़ गए। कुछ ही देर बाद शोएब को बस कंडक्टर ने पकड़ लिया लेकिन काफी अनुरोध करने पर शोएब को बस की छत पर बैठ सफर करने की अनुमति मिल गई। शोएब लाहौर पहुंचे और उस रात सड़क पर ही सोए। सुबह स्टेडियम पहुंचे और काबिलियत के सेलेक्ट हो गए।
क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज रफ्तार गेंद फेंकने का रिकॉर्ड पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर के नाम है। विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 2003 में न्यूलैंड्स में हुए मैच में शोएब अख्तर ने ये गेंद फेंकी थी जिसे दुनिया की सबसे तेज गेंद माना जाता है। उनके सामने बल्लेबाज थे निक नाइट। इसी के साथ शोएब अख्तर आईसीसी के अंतरराष्ट्रीय मैच में पहले गेंदबाज बन गए, जिसने 100 मील प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी की। इंटरनेशन वनडे में शोएब अख्तर ने 163 मैचों में कुल 247 विकेट लिए थे।
शोएब ने 46 टेस्ट मैचों में 178 विकेट्स झटके हैं। इस दौरान उन्होंने 10 बार 4, 12 बार 5 विकेट और 2 बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया। अपने 163 वनडे मैचों में शोएब ने 247 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा। इस दौरान उन्होंने 6 बार 4 और 4 बार मैच में 5 विकेट चटकाए हैं। इस गेंदबाज ने 15 टी20 मैचों में अख्तर ने 19 विकेट अपने नाम किए हैं। बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने टेस्ट मैचों में 544, वनडे में 394 रन बनाए हैं। टेस्ट में उनका सर्वाधिक स्कोर 47 और वनडे में 43 रन नाबाद का रहा।