यह सही है कि क्रिकेट के पेशेवराना हो जाने के कारण मैदान पर खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है, लेकिन अब भी अक्सर ऐसे उदाहरण देखने को मिल जाते हैं, जिससे आज भी यह जेंटलमैन लोगों का साबित होता है। दक्षिण अफ्रीका की घरेलू टी20 क्रिकेट लीग मजांसी सुपर लीग (Mzansi Super League) में पार्ल रॉक्स (Paarl Rocks) और नेल्सन मंडेला बे जॉयंट (Nelson Mandela Bay Giants) के बीच मैच के दौरान भी कुछ ऐसा ही नजारा सामने आया।

श्रीलंका के हरफनमौला खिलाड़ी इसरू उडाना ने मौका मिलने के बावजूद विपक्षी टीम के बल्लेबाज को रन आउट नहीं किया, क्योंकि वह रन लेते हुए घायल हो गया था। उनके इस काम की जमकर तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर उनका यह वीडियो काफी वायरल हो रहा है। हर कोई उनकी तारीफ के कसीदे गढ़ रहा है।

इसरू उडाना इस टूर्नामेंट में पार्ल रॉक्स की ओर से खेल रहे हैं। Nelson Mandela Bay Giant के खिलाफ मैच में उनके कप्तान फॉफ डुप्लेसी टॉस हार गए थे। Nelson Mandela Bay Giant के कप्तान जॉन-जॉन ट्रेवर स्मिटुस (Jon-Jon Trevor Smuts) ने गेंदबाजी चुनी थी। पार्ल रॉक्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 168 रन बनाए। इसरू उडाना ने 21 गेंद पर 27 रन की पारी खेली।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी नेल्सन मंडेला बे जॉयंट की टीम 20 ओवर में 6 विकेट पर 156 रन ही बना पाई। इसरू ने 4 ओवर गेंदबाजी की, लेकिन वे एक भी विकेट नहीं हासिल कर पाए। हालांकि, मैच के दौरान उन्होंने जो खेल भावना दिखाई उसकी हर कोई सराहना कर रहा है। उडाना 19वां ओवर फेंक रहे थे।

नेल्सन मंडेला बे जॉयंट को जीत के लिए 12 गेंद पर 30 रनों की जरूरत थी। वे अपनी शुरुआती 4 गेंदों पर 6 रन दे चुके थे। पांचवीं गेंद के समय उनके सामने हेनियो कुहन थे। कुहन ने तेजी से गेंद को हिट किया, लेकिन वह दूर जाने की बजाय दूसरे छोर पर खड़े उनके साथी मार्को मारियस के पैर में लग गई।

मार्को को अंदाजा नहीं था, कि गेंद उन्हें लग जाएगी और वे रन लेने के लिए दौड़ पड़े थे। मार्को के पैर पर गेंद लगी और वे वहीं बैठ गए। गेंद लगकर उडाना की ओर गई। उडाना ने उसे फील्ड भी कर लिया। उडाना के पास मार्को को रन आउट करने का मौका था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और मार्को को वापस क्रीज में लौटने का मौका दिया। उडाना ने यह खेल भावना ऐसे समय दिखाई, जब एक भी शॉट उनकी टीम को हार की कगार पर धकेल सकता था।