श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच पल्लेकेले इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मुकाबले में मेजबान श्रीलंका ने अफगानिस्तान को 42 रन से हरा दिया। तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे में जीत दर्ज कर श्रीलंका ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। अफगानिस्तान की टीम भले ही यह मैच 42 रन से हार गई हो, लेकिन उसने श्रीलंका को बराबरी की टक्कर दी। मैच भले ही श्रीलंका ने जीता हो, लेकिन दिल अफगानिस्तान ने जीत लिया। 382 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अफगानिस्तान की टीम ने 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 339 रन बनाए।
निसांका ने दोहरा शतक जड़ रचा इतिहास
अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने निर्धारित 50 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 381 रन स्कोरबोर्ड पर लगा दिए। श्रीलंका की ओर से पथुम निसांका ने करियर की पहली डबल सेंचुरी लगाई। निसांका ने इस मैच में इतिहास रचने का काम किया। दरअसल, निसांका वनडे में श्रीलंका के लिए दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने 139 गेंदों में नाबाद 210 रन की बेहतरीन पारी खेली। निसांका ने अपनी पारी में 20 चौके और 8 छक्के लगाए।
अविष्का और निसांका के बीच हुई रिकॉर्ड साझेदारी
निसांका के अलावा अविष्का फर्नांडो ने 88 रन की पारी खेल इस जीत में अहम योगदान निभाया। फर्नांडो ने 88 गेंद में 8 चौके और 3 छक्कों की मदद से 88 रन बनाए। अविष्का और निसांका के बीच पहले विकेट के लिए 182 रन की रिकॉर्ड साझेदारी हुई। श्रीलंका का पहला विकेट 182 के स्कोर पर गिरा था। इसके बाद निसांका ने कुसल मेंडिस के साथ भी 43 रन की साझेदारी की। मेंडिस 16 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद समरविक्रमा और निसांका के बीच तीसरे विकेट के लिए 120 रन की बेहतरीन साझेदारी हुई।
नबी और उमरजई के शतक गए बेकार
वहीं अफगानिस्तान ने भी इस मैच में श्रीलंका को कड़ी टक्कर दी। अफगानिस्तान की ओर से भी दो खिलाड़ियों ने शतक लगाए। हालांकि उनके शतक अफगानिस्तान को जीत नहीं दिला पाए। 382 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफगानिस्तान की टीम को दूसरे ही ओवर में सिर्फ 5 के स्कोर पर पहला झटका लग गया था। गुरबाज की पारी 1 रन पर ही खत्म हो गई थी। देखते ही देखते अफगानिस्तान ने 55 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मोहम्मद नबी और अजमतुल्लाह उमरजई के बीच रिकॉर्ड 242 रन की साझेदारी हुई। दोनों ने इस दौरान शतक लगाए।
अजमतुल्लाह उमरजई और मोहम्मद नबी ने वनडे करियर की बेस्ट पारियां खेली। नबी ने 130 गेंदों में 15 चौके और 3 छक्के की मदद से 136 रन बनाए तो वहीं उमरजई ने 115 गेंद में 13 चौके और 6 छक्के की मदद से 149 रन की शानदार पारी खेली।