वर्ल्ड कप 2023 का 38वें लीग मैच में श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच मुकाबले के दौरान ऐसी घटना घटी जो इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास के 146 साल में कभी नहीं हुआ था। इस मैच में श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट दे दिया गया और ऐसी घटना किसी भी बल्लेबाज के साथ नहीं घटी थी और इस तरह से कोई भी बल्लेबाज कभी आउट होकर मैदान से बाहर नहीं गया था। इस मैच में एंजेलो टाइम से अपनी बल्लेबाजी नहीं शुरू कर सके और आईसीसी नियम के हिसाब से जब विरोधी टीम ने उनके आउट की अपील अंपायर से की और उन्होंने भी ऊंगली उठा दी।
146 साल के क्रिकेट इतिहास में पहली बार कोई बल्लेबाज हुआ टाइम आउट
दिल्ली का अरुण जेटली मैदान इस अनोखे आउट होने वाली घटना का गवाह बना जो क्रिकेट इतिहास में पहली बार घटी। दरअसल इस मैच में सधीरा समाराविक्रमा के आउट होने के बाद एंजेलो छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए आए, लेकिन वह बल्लेबाजी के लिए 120 सेकेंड यानी 2 मिनट में तैयार नहीं हो सके और उनके खिलाफ जब अपील की गई तब वह टाइम आउट दे दिए गए। इस मैच में एंजोले ने एक भी गेंद का सामना नहीं किया और वह इस तरह से आउट होने के बाद नाखुश नजर आए, लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। उनके हेलमेट में किसी तरह की परेशानी हो गई थी और उन्होंने उनकी जगह दूसरा हेलमेट मंगवाया था, लेकिन उसे आने में हुई देरी की वजह से ऐसा हुआ।
साल 1877 में पहला इंटरनेशनल मैच खेला गया था और उसके बाद से लेकर अब तक 2000 से ज्यादा टेस्ट मैच, 4600 से ज्यादा वनडे मैच और 1000 से ज्यादा टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट मैच के बाद कोई बल्लेबाज टाइम आउट करार दिया गया। एंजेलो मैथ्यूज का नाम अब इतिहास में दर्ज हो गया और वह टाइम आउट होने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए। यह दूसरी टीम के लिए भी बड़ी सीख होगी कि इस तरह का व्यवहार मैदान पर आने के बाद कोई बल्लेबाज ना करे और वह समय को अहमियत देते हुए अपनी बल्लेबाजी जारी करे, तो वहीं यहां पर बांग्लादेश के कप्तान शाकिब की भी तारीफ की जानी चाहिए जिन्हें नियम का इतना ज्ञान था और उन्होंने श्रीलंका के इस खतरनाक खिलाड़ी को आउट करने में सफलता हासिल की।