आईसीसी और बीसीसीआई के बीच राजस्व माडल को लेकर विवाद आज जारी रहा जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने प्रस्तावित प्रारूप में अतिरिक्त 10 करोड़ डालर का आईसीसी का प्रस्ताव ठुकरा दिया । दुबई में मौजूद बीसीसीआई के एक सीनियर सूत्र ने कहा , आईसीसी अध्यक्ष शशांक मनोहर ने हमें नये वित्तीय मॉडल में 10 करोड़ डालर अतिरिक्त देने की पेशकश की थी । उन्होंने हमें समय सीमा भी दी है लेकिन हम इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करने जा रहे । यह पूछने पर कि प्रस्ताव को एकसिरे से खारिज क्यों किया गया, अधिकारी ने कहा कि मनोहर और बीसीसीआई के बीच आपसी विश्वास नहीं है ।
उन्होंने कहा ,‘‘ यह प्रस्ताव मनोहर ने रखा है । वह चेयरामैन है लेकिन वह तय नहीं कर सकते कि किसको क्या मिलना चाहिये । यह सदस्य तय करते हैं । हम सभी देशों के साथ फार्मूले पर काम कर रहे हैं । मनोहर तय नहीं करेंगे कि बीसीसीआई को क्या मिलना चाहिये ।’’
प्रस्तावित राजस्व माडल पर आईसीसी और बीसीसीआई की ठनी हुई है क्योंकि इसमें भारत का हिस्सा कम किया जा रहा है ।
मौजूदा राजस्व वितरण माडल में बीसीसीआई को आईसीसी से 57 करोड़ 90 लाख डालर मिलते हैं । मनोहर के प्रस्ताव को अगर आईसीसी पारित कर देती है तो बीसीसीआई का हिस्सा 29 करोड़ डालर रह जायेगा जिसे प्रशासकों की समिति भी मंजूर नहीं करेगी ।
