दुनिया के दिग्गज स्पिनरों में से एक शेन वॉर्न बुधवार को 48 साल के हो गए। इस मौके पर आईसीसी ने एक वीडियो पोस्ट की है, जिसमें वॉर्न ने बताया कि कैसे उन्होंने 1993 की एेशेज सीरीज के पहले टेस्ट में माइक गैटिंग को ‘बॉल अॉफ द सेंचुरी’ डाली थी। इस गेंद को गैटिंग बॉल भी कहा जाता है। यह मैच मनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफोर्ड में खेला गया था। वॉर्न ने जो गेंद डाली थी, वह लेग स्टंप के बाहर गिरी और बहुत ज्यादा टर्न होकर अॉफ स्टंप उड़ा ले गई। गैटिंग इस गेंद को समझने में बिल्कुल नाकाम रहे और इंग्लैंड यह मैच 179 रनों से हार गया था। वॉर्न ने इस मैच में 137 रन देकर 8 विकेट झटके थे। शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन अॉफ द मैच चुना गया था।
वीडियो में वॉर्न ने बताया, बॉल अॉफ द सेंचुरी संयोग से पड़ने वाली गेंद थी। बतौर लेग स्पिनर आप हमेशा और हर गेंद परफेक्ट लेग ब्रेक डालना चाहते हैं और मैं एेसा कर पाया। इससे मेरा जीवन मैदान और उसके बाहर पूरी तरह से बदल गया। यह एक एेसी गेंद थी जो हर लेग स्पिनर डालना चाहता है और मुझे गर्व है कि मैं एेसा कर पाया, वो भी माइक गैटिंग जैसे शानदार खिलाड़ी को। वॉर्न क्रिकेट के सबसे महान स्पिनर्स में से एक हैं। उन्होंने 1992 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में भारत के खिलाफ डेब्यू किया था। हालांकि इसमें वह 150 रन देकर 1 विकेट ही ले पाए थे। लेकिन इसके बाद 145 टेस्ट मैचों में 25.41 की औसत से उन्होंने 708 विकेट लिए। उन्होंने अॉस्ट्रेलिया के लिए 194 वनडे मैच खेलकर 25.73 की औसत से 293 विकेट झटके।
On his birthday, here's @ShaneWarne reflecting on his famous ball of the century on his first ball of the 1993 Ashes against Mike Gatting. pic.twitter.com/sgeRGZU0nY
— ICC (@ICC) September 13, 2017
यही है बॉल अॉफ द सेंचुरी:
