भारत में टेस्ट सीरीज खेलते हुए बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने इच्छा जाहिर की थी कि वह आखिरी टेस्ट मैच अपने घर पर खेलना चाहते हैं। उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए टीम में मौका भी मिला। हालांकि अब इस खिलाड़ी को लेकर देश में हिंसा भड़कने के आसार देखते हुए शाकिब को बांग्लादेश न आने की सलाह दी गई है।
शेख हसीना सरकार का हिस्सा थे शाकिब अल हसन
शाकिब अल हसन शेख हसीना की सरकार का हिस्सा था जिनके खिलाफ बांग्लादेश के छात्रों ने आंदोलन किया था। शेख हसीना देश छोड़कर चली गई थीं। शाकिब के खिलाफ भी आंदोलनकारियों में गुस्सा है और वह नहीं चाहते कि यह क्रिकेटर बांग्लादेश आए।
शाकिब के बांग्लादेश आने से नाराज छात्र
यूएनबी की रिपोर्ट के मुताबिक शाकिब अल हसन को गुरुवार रात को ढाका पहुंचना है। यूएनबी ने छात्र नेता के हवाले से लिखा कि वह अपने साथियों के साथ बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के ऑफिस जाएंगे और शाकिब के बांग्लादेश लौटने के खिलाफ पत्र देंगे। इस पत्र में शाकिब को ढाका के स्टेडियम में जाने की अनुमति न देने की बात कही गई है।
शाकिब अल हसन को दी गई देश न लौटने की सलाह
लोगों का गुस्सा देखते हुए शाकिब अल हसन को बांग्लादेश न आने की सलाह दी गई है। शाकिब की जान को खतरा हो सकता है। शाकिब ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम में चुने जाने से पहले सोशल मीडिया पर बांग्लादेश की जनता से माफी मांगी थी। हालांकि अब ऐसा लगता है कि माफी से लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है।
बांग्लादेश की टीम को अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस टेस्ट सीरीज पहला मुकाबला जहां ढाका में होगा तो वहीं दूसरा मैच 29 अक्टूबर से 2 नवंबर तक चट्टोग्राम के स्टेडियम में खेला जाएगा।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के लिए बांग्लादेश टीम का स्क्वाड
नजमुल हुसैन शांतो (कप्तान), शादमान इस्लाम, महमुदुल हसन जॉय, जाकिर हसन, मोमिनुल हक, मुश्फिकुर रहीम, शाकिब अल हसन, लिटन दास, जाकेर अली, मेहदी हसन, तैजुल इस्लाम, नईम हसन, तस्कीन अहमद, हसन महमूद, नाहिद राणा।