भारत के लिए ओलंपिक में मेडल जीतने वाली साक्षी मलिक बीते साल जंतर-मंतर पर धरने पर बैठी थीं। उनके साथ विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया भी धरने का हिस्सा था। धरने के दौरान बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। साक्षी मलिक कई बार यौन शोषण की बात करते हुए भावुक हुईं। उस समय सभी को लगा कि वह जिन रेसलर्स की बात कर रही हैं उनके बारे में सोच कर भावुक हो रही हैं हालांकि साक्षी मलिक की किताब की मानें तो वह अपने साथ बीती बातों को याद करके भावुक हो रही थीं।

साक्षी मलिक का बड़ा खुलासा

साक्षी मलिक की जीवनी विटनेस जोनाथन सेल्वाराज ने लिखी है। इस किताब में साक्षी अपने जीवन से जुड़े कई बड़े खुलासे किए हैं। इसी किताब में साक्षी ने बताया कि साल 2012 में बृजभूषण सिंह ने उनके साथ यौन शोषण करने की कोशिश की थी। इस घटना से बाहर आने में उन्हें चार साल लग गए।

बृजभूषण ने साक्षी के साथ की यौन शोषण की कोशिश

साक्षी मलिक ने अपनी किताब में लिखा की साल 2012 में कजाकिस्तान के अलमाती में एशियन जूनियर चैंपियनशिप हुई थी। इसी चैंपियनशिप के दौरान बृजभूषण ने उन्हें अपने कमरे में बुलाया था। साक्षी ने किताब में लिखा, ‘सिंह ने मेरे माता-पिता से बात कराई। जब मैं अपने माता-पिता से अपने मैच और मेडल के बारे में बात कर रही थी तो सोच रही थी कि शायद कुछ गलत नहीं होगा पर जैसे ही कॉल कटी उसने मेरा यौन शोषण करने की कोशिश की। मैं उसके बिस्तर पर बैठी थी। मैंने उसे धक्का दिया और रोने लगी।’

बृजभूषण सिंह ने दी सफाई

साक्षी मलिक के हवाले से किताब में आगे लिखा, ‘वह पीछे हो गया। उसे यह समझ आ गया था कि मैं वह नहीं करने वाली हूं जो वह चाहता है। वह कहने लगा कि उसने ‘पापा जैसे’ मुझे बांहों में लिया लेकिन मैं जानती वह ऐसा नहीं था। मैं वहां से भागकर अपने कमरे में आई और रोने लगी।’

साक्षी मलिक ने बताया कि उन्होंने डर के कारण यह बात किसी को नहीं बताई। जब वह भारत वापस आई तो उन्होंने अपनी रूममेट अनीता श्योरण को यह वाकया बताया और कई और लोगों को भी इस बारे में पता चला। हालांकि न तो साक्षी ने इस बारे में कुछ कहा न ही किसी और ने। साक्षी का कहना था कि वह बृजभूषण जैसे ताकतवर शख्स के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ना चाहती थी। उन्हें डर था। यही कारण है कि वह इतने साल तक चुप रहीं। वह इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानती थी।