साइना नेहवाल और पीवी सिंधू के लगातार ओलंपिक खेलों में पदक के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने वाले मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और आईआईटी परीक्षा पास नहीं कर पाने से उनके सफल खिलाड़ी बनने का रास्ता खुला।

खेलों के विषय पर चर्चा करते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘‘मैं और मेरा भाई दोनों खेलों में हिस्सा लेते थे। वह खेलों में शानदार था और अब मुझे लगता है कि मैं भाग्यशाली था कि मैं पढ़ाई में अच्छा नहीं था। उन्होंने कल यहां सम्मान समारोह के दौरान कहा, ‘‘वह राज्य चैम्पियन था।

उसने आईआईटी परीक्षा दी और पास हो गया। वह आईआईटी गया और खेलना छोड़ दिया। मैंने इंजीनियरिंग की परीक्षा दी और फेल हो गया और मैंने खेलना जारी रखा और देखिये अब मैं कहां खड़ा हूं। मुझे लगता है कि आपको एकाग्र और कभी कभी भाग्यशाली होना चाहिए।’’
गोपीचंद 2001 में आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने और इसके बाद उन्होेंने संन्यास लेकर अपनी अकादमी खोलने का फैसला किया।