भारतीय भारोत्तोलकों के अभियान का रियो ओलंपिक में निराशाजनक अंत हुआ जब सतीश कुमार शिवलिंगम ने बुधवार को पुरूष 77 किग्रा स्पर्धा में ग्रुप बी में चौथे स्थान पर रहे।
राष्ट्रीय रिकार्ड धारक शिवलिंगम स्नैच में 148 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 181 किग्रा वजन उठाकर कुल 329 किग्रा वजन के साथ छह भारोत्तोलकों के बीच चौथे स्थान पर रहे।
राष्ट्रमंडल खेल 2014 के स्वर्ण पदक विजेता शिवलिंगम ने पुरूष 77 किग्रा वर्ग में 336 किग्रा :149 और 187 किग्रा: के साथ राष्ट्रीय रिकार्ड बनाया है।
ग्रुप बी नीची रैंकिंग वाले प्रतिस्पर्धियों के लिए होता है जिन्होेंने कम वजन उठाकर प्रतियोगिता में प्रवेश किया है। इस वर्ग में चौथे स्थान पर रहने का मतलब है कि शिवलिंगन के पोडियम पर जगह बनाने की कोई संभावना नहीं है। ग्रुप ए में अब ऊंची रैंकिंग वाले भारोत्तलकों के बीच मुकाबला होगा जिन्होंने अधिक वजन उठाकर प्रतियोगिता में प्रवेश पाया है।
ग्रुप बी में कोलंबिया के काइसेडो आंद्रेस मारीसियो कुल 346 किग्रा :155 और 191 किग्रा: वजन उठाकर शीर्ष पर रहे। स्पेन के माटा आंद्रेस एडवर्डो ने कुल 343 किग्रा :153 और 190: के साथ दूसरा जबकि जर्मनी के निको म्यूलर ने 332 किग्रा :151 और 181 किग्रा: के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। इससे पहले एक अन्य भारतीय भारोत्तोलक सेखोम मीराबाई चानू महिला 48 किग्रा स्पर्धा के क्लीन एवं जर्क में 104 किग्रा का अपना शुरूआती वजन भी उठाने में नाकाम रही थी और स्पर्धा खत्म नहीं कर पाई थी।
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भारतीय जुडोका अवतार सिंह पुरूष 90 किग्रा एलिमिनेशन राउंड आफ 32 में शरणार्थी ओलंपिक टीम के मिसेंगा पोपोले के खिलाफ शिकस्त के साथ रियो ओलंपिक से बाहर हो गए। इसी साल गुवाहाटी में दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पंजाब के 24 साल के अवतार पोपोले को टक्कर देने के नाकाम रहे जो शुरूआत में कोंगो गणराज्य के सदस्य थे।चौबीस साल के पोपोले ने योको के जरिये एक अंक जुटाया। इसके अलावा अवतार पर पर्याप्त आक्रमण नहीं करने के लिए पेनल्टी भी लगाई गई। व