भारतीय हॉकी टीम ने मंगलवार को अर्जेंटीना के खिलाफ शानदार खेल दिखाते हुए 2-1 से जीत दर्ज कर दी है। इस जीत के बाद भारत ग्रुप बी में दूसरे नंबर पर चल रहा है। अगर भारत इसी तरह अपना प्रदर्शन आगे जारी रखता है तो 36 सालों के बाद क्वार्टरफाइनल में जगह पक्की कर लेगा। आखिरी बार भारत ने 1980 मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था उसके बाद किसी भारत किसी भी ओलंपिक में दूसरे राउंड तक नहीं पहुंच पाया। रियो ओलंपिक में भारत का ये तीसरा मैच था। इससे पहले अपने पहले मैच में भारत ने आयरलैंड को 3-2 से हराया था। इसके बाद भारत को जर्मनी के हाथों 2-1 से हार का मुंह देखना पड़ा। अर्जंटीना के खिलाफ भारत पूरे मैच में हावी रहा भारत ने शुरुआती 8 मिनट में ही पहला गोल दाग दिया। भारत की जीत के हीरो तीन खिलाड़ी रहे।  मिडफील्डर चिंग्लेनसाना सिंह, कोथाजीत सिंह और कप्तान गोलकीपर श्रीजेश के शानदार प्रदर्शन के चलते भारत मैच में जीत दर्ज कर पाया। मैच के 8वें मिनट में मिडफील्डर चिंग्लेनसाना सिंह ने पेनल्टी कार्नर का फायदा उठाते हुए अर्जेंटीना के खिलाफ पहला गोल किया। इसके बाद भारत ने 1-0 से बढ़त बना ली। फर्स्ट हाफ के बाद भारत 1-0 से आगे चल रहा था। तीसरे क्वार्टर में कोथाजीत सिंह ने पहला मैदानी गोल दागकर भारत की बढ़त 2-0 कर दी। भारत तीसरे क्वार्टर के बाद 2-0 से आगे चल रहा था। चौथे और अंतिम क्वार्टर में अर्जेंटीना ने आक्रमण तेजी करते हुए भारतीय गोल पर धावा बोल दिया।

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जिसका फायदा उन्हे गोल के रूप में मिला। अंतिम मिनटों के खेल में भारतीय कप्तान गोलकीपर श्रीजेश ने शानदार खेल दिखाया और अर्जंटीना के चार पेनल्टी कार्नर रोके। अर्जेंटीना ने मैच को ड्रा कराने के लिए काफी प्रयास किया आखिरी मिनटों में लग रहा था कि भारतीय टीम जर्मनी के खिलाफ अखिरी मिनट में की गलती कहीं दोहरा ना दे। अर्जेंटीना के काफी प्रयास के बाद भी वो भारतीय गोलकीपर श्रीजेश को भेद नहीं पाए। अंत में मैच का परिणाम भारत के पक्ष में रहा। भारत के लिए यह जीत बेहद अहम है। अर्जेंटीना के खिलाफ भारत ने 2009 के बाद यह पहली जीत दर्ज की है। अब भारत का अगला मैच  नीदरलैंड्स के खिलाफ गुरुवार 11 अगस्त को शाम 6.30 बजे होगा।

ग्रुप बी में भारत जर्मनी के बाद 6 अंकों के साथ इस समय दूसरे नंबर पर चल रहा है।

 

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