तीरंदाज जहरा नेमाती ने शुक्रवार (5 अगस्त) को ईरान का ध्वज हाथ में लिए मरकाना स्टेडियम में प्रवेश करने के साथ ही इस इस्लामी देश के लिए एक नया इतिहास रचा। इससे पहले ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में मार्च पास्ट के दौरान ईरानी दल का नेतृत्व कभी किसी महिला ने नहीं किया था। ईरान में इस्लामी नियमों को कड़ाई से लागू किया जाता रहा है और पुरुषों की खेल स्पर्धाओं में महिला प्रशंसकों को जाने से रोका जाता रहा है। ईरान की ध्वजवाहक नेमाती स्कार्फ पहने हुए थी और उन्होंने व्हील चेयर में स्टेडियम में प्रवेश किया।

नेमाती (31 वर्ष) का यह पहला ओलंपिक है। ताइक्वांडो में उन्होंने बहुत पहले ओलंपिक में हिस्सा लेने का सपना देखा था, तीरंदाजी में नहीं लेकिन एक कार दुर्घटना के बाद उन्हें ताइक्वांडो छोड़ना पड़ा और उन्होंने तीरंदाजी को अपनाया क्योंकि वह खेलों में बने रहना चाहती थी। नेमाती अगले महीने पैरालिम्पिक्सि में भी हिस्सा लेंगी, जहां वह व्यक्तिगत रिकर्व में मौजूदा स्वर्ण पदक विजेता हैं।