भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी ऑस्ट्रेलिया की सामंथा स्टोसुर और जॉन पीयर्स को सीधे सेटों में हराकर रियो ओलंपिक मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई। ओलंपिक में भारत की पदक उम्मीद माने जा रहे सानिया और रोहन ने पहले दौर का मुकाबला 73 मिनट में 7-5, 6-4 से जीता। चौथी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी को जमने में समय लगा लेकिन लय हासिल करने के बाद उसने मुड़कर नहीं देखा। दुनिया की नंबर एक महिला युगल खिलाड़ी सानिया ने जीत के बाद कहा,‘ओलंपिक में पदक जीतना बेहतरीन होगा क्योंकि मैने अभी तक नहीं जीता है। हमारे लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। हम इसके लिये पूरा प्रयास करेंगे।’

टेनिस सेंटर पर सर्द हवाओं के बीच भारी संख्या में भारतीय समर्थक यहां मैच देखने के लिए जुटे थे। रफेल नडाल और मार्क लोपेज के पुरुष युगल सेमीफाइनल मैच के दो घंटे से अधिक खिंच जाने के कारण यह मैच विलंब से शुरू हुआ। दर्शकों में लिएंडर पेस, खेलमंत्री विजय गोयल और साइ महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास शामिल थे। पहले सेट में दोनों टीमों ने नौवें गेम तक कोई अंक नहीं गंवाया। इसके बाद पीयर्स की सर्विस टूटी और भारतीय जोड़ी ने 5-4 से बढ़त बना ली। अगले गेम में हालांकि भारतीयों ने बढत खो दी और स्कोर 5-5 हो गया। सेट हाथ से निकलने से पहले भारतीयों ने विरोधी की सहज गलती का फायदा उठाकर लगातार चार अंक बनाये और स्टोसुर की सर्विस तोड़कर 36 मिनट में पहला सेट जीत लिया।

दूसरे सेट में ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी दबाव में दिखी और पीयर्स के डबलफाल्ड से भारतीयों ने 3-2 की बढ़त बना ली। दर्शक दीर्घा से ‘कम ऑन इंडिया’ का शोर भी तेज होने लगा था। सानिया और रोहन ने बढ़त 4-2 की कर ली और दसवें गेम में तीन ऐस लगाकर बोपन्ना ने मैच का फैसला कर दिया। उसने अपने पर से दबाव हटाने का श्रेय सानिया को देते हुए कहा,‘मुझे मजबूती से खेलना ही था। हवाओं से मुझे परेशानी हुई और जमने में समय लगा।’ उसने कहा,‘मैं बेहतर महसूस कर रहा था क्योंकि उसके साथ मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाता हूं। हमने विरोधी टीम पर काफी दबाव बनाया। पहले सेट में उतना अच्छा नहीं खेल सके लेकिन दूसरे सेट में धैर्य बनाये रखते हुए मैने सानिया की सर्विस पर आक्रामक प्रदर्शन किया।’

क्वार्टर फाइनल में भारतीय जोड़ी का सामना ब्रिटेन के गैर वरीय एंडी मर्रे और हीथर वाटसन की जोड़ी से होगा जिन्होंने स्पेन के डेविड फेरर और कार्लो सुआरेज नवारो को 6-3, 6-3 से हराया। बोपन्ना ने कहा,‘एंडी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से है और कोर्ट को बखूबी कवर करता है । हमें अपने खेल पर फोकस करना होगा।’ चार साल पहले लंदन में सानिया और लिएंडर पेस मिश्रित युगल क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे। रियो में महिला और पुरुष एकल युगल में भारतीय चुनौती पहले ही दौर में खत्म हो गई।