डोपिंग विवाद के कारण नरसिंह यादव का एक समय रियो ओलंपिक का सपना लगभग चकनाचूर हो गया था लेकिन उससे उबरकर अब यहां पहुंचे इस पहलवान ने कहा कि वह अपनी जिंदगी के इस सबसे मुश्किल दौर को भूलकर अपना ध्यान केवल 19 अगस्त को होने वाले मुकाबले में पदक जीतने पर लगाना चाहते हैं। नरसिंह भारत के मुख्य कोच जगमिंदर सिंह के साथ यहां खेल गांव में पहुंचे। इसके बाद वह अभ्यास के लिये गये। उन्होंने अपने पहले अभ्यास सत्र से इतर पीटीआई से कहा, ‘‘कृपया मुझसे बीती बातों के बारे में नहीं पूछें। मैं अब उस बारे में सोचना भी नहीं चाहता हूं। मैं केवल अपने अभ्यास पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। मैं आखिर में रियो पहुंच गया और अपने खेल पर ध्यान दे रहा हूं। मैं 19 अगस्त को अपने मुकाबले के बाद बात करूंगा। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आखिर में रियो पहुंच गया हूं और इससे बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। मैं अब केवल अपने देश के लिये पदक जीतना चाहता हूं। मेरे लिये अब केवल यही उम्मीद बची है। मैं अपना पूरा योगदान दूंगा। सब कुछ सही चल रहा है। ’’रियो खेलों से कुछ दिन पहले नरसिंह को प्रतिबंधित स्टेरायड के सेवन का दोषी पाया गया। इसके बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी : नाडा : ने सुनवाई की। नाडा ने इस आधार पर नरसिंह को डोपिंग के आरोपों से मुक्त कर दिया कि उनके खिलाफ साजिश हुई थी। इससे इस पहलवान का ओलंपिक में भाग लेने का रास्ता साफ हो गया।

रियो ओलंपिक से जुड़ी तमाम खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें