ओलंपिक पदक से केवल एक जीत दूर सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने शनिवार (13 अगस्त) को कहा कि उन्हें रविवार (14 अगस्त) को यहां अपना सेमीफाइनल मैच खेलते समय अपने जज्बात पर काबू रखकर नए सिरे से शुरुआत करनी होगी। अपने पहले ओलंपिक पदक की तरफ बढ़ते हुए सानिया और बोपन्ना ने शुक्रवार (12 अगस्त) को रियो ओलंपिक के मिश्रित युगल टेनिस के क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन के एंडी मरे और हीथर वॉटसन के खिलाफ शुरू से दबदबा बनाए रखा और बारा के ओलंपिक टेनिस सेंटर के कोर्ट 2 में एक घंटे चले मुकाबले में उन्हें 6-4, 6-4 से हराया।

सानिया ने कहा, ‘हमें अब भी लगता है कि हम सुधार कर सकते हैं क्योंकि यहां से हर राउंड मुश्किल बन जाता है। हमने आज दो शानदार चैंपियनों से खेला और कल सामने जो भी हों, हम उन चैंपियनों से भिड़ने के लिए उत्साहित हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हर दिन एक नया दिन है। एंडी को हराकर हम आत्मविश्वास से लबरेज हैं लेकिन जो हुआ आखिर में उसे भुलाकर हमें तरोताजा रहते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा।’ भारतीय जोड़ी अब सेमीफाइनल में अमेरिका की वीनस विलियम्स एवं राम राजीव और इटली की रॉबर्टा विंची एवं फाबियो फोगनिनी के बीच होने वाले क्वार्टरफाइनल में जीतने वाली जोड़ी से भिड़ेगी।

विश्व की नंबर एक महिला युगल खिलाड़ी सानिया ने कहा कि उन्होंने ब्रिटिश जोड़ी के खिलाफ अपना होमवर्क किया था जिसका उन्हें फायदा मिला। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास एक गेमप्लान था, हमने उनके वीडियो देखे। हमें गेमप्लान बनाए रखना था और एंडी को दूर रखना था। हम उन्हें मुश्किल शॉट देना चाहते थे। वह साफ तौर पर दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं। हमें कोशिश करनी थी और उनपर काबू करना था।’ भारतीय जोड़ी अगर सेमीफाइनल मुकाबला हार भी जाती है तो भी वह कांस्य पदक के लिए होने वाला मैच खेलेगी।

सानिया ने कहा, ‘मेरे रिटर्न दमदार थे। वह (एंडी) जब भी शॉट मारते, हमें उनकी कमजोरी का फायदा उठाना था। वह सर्व कर रहे थे और वॉली मार रहे थे। जो भी होता मुझे पता था कि वे मेरी तरफ हमलावर होते। आपके महिला होने पर ऐसा ही होता है। आपको साफतौर पर उम्मीद होती है कि गेंद आपकी तरफ आएगी क्योंकि पुरुष खिलाड़ी हमेशा बेहतर और मजबूत सर्व करते हैं। आपको तैयार रहना होता है।’ उन्होंने आसान जीत दिलाने में अपना पूरा साथ देने वाले अपने जोड़ीदार बोपन्ना की तारीफ करते हुए कहा, ‘हम साथ में एक टीम की तरह महसूस करते हैं। मुझे लगता है कि मेरे रिटर्न कल (शुक्रवार, 12 अगस्त) की तुलना में बेहतर थे। भले ही सामने कोई भी हो, मैं हर किसी को ब्रेक कर पा रही थी। रोहन बहुत मजबूत थे। हमें एक दूसरे में विश्वास था, जब तक कि मैं कोई बेवकूफी ना कर बैठती।’

सानिया ने कहा, ‘हम खासतौर पर विपक्षी टीम की महिला खिलाड़ी पर दबाव डालना चाहते थे। उन्होंने पहले दो गेम में केवल एक अंक हासिल किया था। मुझे लगता है कि इससे उनपर मानसिक दबाव पड़ा। हमने कल (शुक्रवार, 12 अगस्त) की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। उनके (बोपन्ना) साथा तनावपूर्व हालात में भी खेलना मजेदार होता है।’ उन्होंने कहा, ‘हम एक दूसरी की मदद करते हैं, मिलकर लड़ते हैं। हम एक दूसरे को कोर्ट के बाहर भी अच्छे से जानते हैं, जिससे हमें मदद मिलती है। हम कई सालों से साथ खेल रहे हैं।’