रियो ओलंपिक खेल 2016 में हिस्सा ले रही सबसे छोटी प्रतियोगी गौरिका सिंह नेपाल से हैं। 10,000 से ज्यादा एथलीट्स के बीच गौरिका की उम्र 13 साल और 255 दिन है। रविवार को जब उन्हें तैराकी की स्पर्धा में हिस्सा लेना था, उससे कुछ मिनट पहले ही उनका स्विमसूट फट गया। लेकिन गौरिका दो प्रतिद्वंदियों को मात देने में सफल रहीं। लंदन में रहने वाली गौरिका इतनी छोटी उम्र में ओलंपिक में शामिल होने को लेकर थोड़े दबाव में थीं। ऊपर से उनके रेगुलर कोच रियो नहीं आ सके, गौरिका को फोन पर ही उनसे स्विमसूट फटने पर बात करनी पड़ी। दुनिया भर के मीडियाकर्मियों से बात करते हुए गौरिका ने बताया कि ‘वह टेक्स्ट मैसेजेस के जरिए मुझे इंस्ट्रक्शंस भेज रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”रेस से पहले मेरा सूट फट गया, इसलिए मुझे उनसे पूछना पड़ा कि मैं इसे बदलूं या नहीं। मैं उसे खींचने की कोशिश कर रही थी और मेरा नाखून सूट के आर-पार हो गया।”
दूसरी कॉस्ट्यूम पहनने के बाद गौरिका ने अपनी हीट में पहला स्थान हासिल किया। हालांकि महिलाओं के 100 मीटर बैकस्ट्रोक प्रतियाेगिता में आगे बढ़ने की उनकी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं। गौरिका ने कहा, ”पीछे मुड़कर बोर्ड पर अपना टाइम देखना कमाल का एक्सपीरिएंस था।” गौरिका दो साल की उम्र में ही इंग्लैण्ड आ गई थीं। लेकिन तैराकी शुरु करने के बाद पता चला कि वे इतनी तेज तैरती हैं कि अपने देश (नेपाल) का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं। पिछले साल वह नेपाल की राजधानी काठमांडू में थीं, जब 7.8 तीव्रता के भूकंप ने नेपाल को हिला कर रख दिया था। वह एक बिल्डिंग के पांचवें फ्लोर पर थी और एक टेबल के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई थी। उन्होंने कहा- ”मैं बेहद आभारी हूं कि मैं भूकंप में बच पाई। ताकि मैं यहां आ सकूं और अपने देश को गौरवान्वित कर सकूं।”

