भारत का एथलेटिक्स में खराब प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहा और मंगलवार (16 अगस्त) को चक्काफेंक खिलाड़ी सीमा पूनिया ग्रुप बी में क्वालीफाइंग दौर में 20वें स्थान पर रहकर रियो ओलंपिक से बाहर हो गईं। हालांकि उन्होंने कठिन परिस्थितियों में 57.58 मीटर का थ्रो फेंका। इंचियोन एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता सीमा 62.62 मीटर का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी नहीं दोहरा सकीं। उसका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 57.58 मीटर था जो उसने पहले प्रयास में फेंका था। इससे पहले भारी बारिश के कारण खेल देर से शुरू हुआ और खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी इसका असर पड़ा।

अगले प्रयास में उसने फाउल किया और तीसरे और आखिरी प्रयास में 56.78 मीटर का थ्रो फेंका। वह ग्रुप बी में नौवें और कुल 20वें स्थान पर रहीं। क्यूबा की येमी पेरेज ने 65.38 मीटर के थ्रो के साथ ग्रुप में पहला स्थान हासिल किया। चीन की सू शिन्युए 65.14 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। लंदन ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता क्रोएशिया की सैंड्रा पेरकोविच तीसरे स्थान पर रहीं।

ओलंपिक से पहले अमेरिका और रूस में अभ्यास करने वाली सीमा एथेंस ओलंपिक 2004 और लंदन ओलंपिक 2012 में भी क्वालीफाइंग दौर से ही बाहर हो गई थीं। भारत की स्रबानी नंदा महिलाओं की 200 मीटर दौड़ से बाहर हो चुकी हैं जबकि त्रिकूद खिलाड़ी रंजीत महेश्वरी भी पहले दौर में बाहर हो गए हैं। सिर्फ ललिता बाबर महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेस के फाइनल में पहुंच सकी थीं।