रियो ओलंपिक में भारत के लिए बुधवार का दिन आखिरकार मेडल लेकर आया। करीब 12 दिन के इंतजार के बाद भारत का पदक तालिका में खाता खुला है। भारत की महिला पहलवान साक्षी मलिक ने 58 किलोग्राम कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य जीतकर इतिहास रच दिया। इसके अलावा भारत को बैडमिंटन और ट्रैक एंड फिल्ड में भारत को निराशा हाथ लगी। भारत अब तक रियो ओलंपिक में एक भी पदक नहीं जीत पाया था। अगर भारत रियो ओलंपिक में खाता भी नहीं खोल पाता तो 1992 ओलंपिक के बाद यह पहली बार ऐसा होता जब भारतीय दल ओलंपिक से बिल्कुल खाली हाथ वापस लौटता। साक्षी के इस प्रदर्शन ने भारत को इस अपमान से बचा लिया। अब भारतीय खेल प्रशंसकों की निगाहें गुरुवार को सेमीफाइनल खेलने जा रही पी वी सिंधू पर भी रहेंगी।
भारतीय खेलों के नतीजें कुछ इस प्रकार रहे।
बैडमिंटन
बैडमिंटन के क्वार्टरफाइनल मुकाबल में किदांबी श्रीकांत पुरष एकल स्पर्धा में हारकर बाहर हो गए। श्रीकांत को दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी लिन डैन के खिलाफ 6-21, 21-11, 18-21 से हार झेलनी पड़ी। डैन और श्रीकांत के बीच करीब एक घंटे और चार मिनट तक ये मुकाबला चला।
कुश्ती
58 किलोग्राम मुकाबले में भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने भारत को पहला पदक दिलाया। साक्षी ने कांस्य पदक मुकाबले में खराब शुरुआत से उबरते हुए किर्गिस्तान की ऐसुलू ताइनीबेकोवा को 8-5 से शिकस्त देकर भारत के लिए कांस्य पदक जीता। साक्षी को क्वार्टर फाइनल में रूस की वालेरिया कोबलोवा के खिलाफ 2-9 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था लेकिन रूस की खिलाड़ी के फाइनल में जगह बनाने के बाद उन्हें रेपेचेज राउंड में खेलने का मौका मिला। दूसरे दौर के रेपेचेज मुकाबले में साक्षी का सामना मंगोलिया की ओरखोन पुरेवदोर्ज से हुआ। साक्षी ने ओरखोन को एकतरफा मुकाबले में 12-3 से हराकर कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई। कांस्य पदक के मुकाबले में साक्षी की भिड़ंत ताइनीबेकोवा से थी। ताइनीबेकोवा के खिलाफ साक्षी की शुरुआत बेहद खराब रही और वह पहले राउंड के बाद 0-5 से पिछड़ रही थी लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने दूसरे राउंड में जोरदार वापसी करते हुए आठ अंक जुटाए और भारत को रियो ओलंपिक खेलों का पहला पदक दिला दिया।
दूसरी भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को 48 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में घुटने में चोट लगने के कारण स्ट्रैचर पर बाहर ले जाना पड़ा। विनेश अच्छी फार्म में दिख रही थी और पदक की दावेदार भी मानी जा रही थी लेकिन विनेश क्वार्टरफाइनल में चोटिल हो गई जिस कारण चीनी खिलाड़ी को विजेता घोषित कर दिया गया। विनेश को 48 किग्रा वर्ग के अपने पहले मुकाबले में रोमानिया की एमीलिया एलिना वुक को 11-0 से हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी। विनेश को हालांकि क्वार्टर फाइनल में चीन की सुन यानन के खिलाफ घुटने में चोट लग गई और उनका मुकाबला बीच में रोकना पड़ा। विनेश का घुटना खिसक गया है।
ट्रैक ऐंड फिल्ड
महिला 800 मीटर दौड़ में टिंटू लुका ने एक बार फिर निराश किया और वह पहले दौर की अपनी हीट में दो मिनट 0 . 58 सेकेंड के साथ छठे स्थान पर रहते हुए प्रतियोगिता से बाहर हो गई। वह 65 प्रतिभागियों के बीच 29वें स्थान पर रही। टिंटू का राष्ट्रीय रिकार्ड एक मिनट 59 .17 सेकेंड का है जो उन्होंने 2010 में बनाया था। अधिकांश मौकों की तरह इस बार भी शुरूआती 600 मीटर में टिंटू सबसे आगे चल रही थी लेकिन अंतिम चरण में पिछड़ गर्इं और उनके दूसरे ओलंपिक अभियान का निराशाजनक अंत हुआ।