ओलंपिक मुक्केबाजी के लिए क्वालीफाई करने वाले सबसे कम आयु के खिलाड़ी हैं। 22 साल के थापा ने बेंटमवेट वर्ग में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। शिव को काबिलियत दिखाने का पहला मौका 2005 में मिला। नोएडा में हुई सब जूनियर मुक्केबाजी में 38 किलो वर्ग में सेना के चैंपियन को पीटकर स्वर्ण पदक जीता। 2008 में चिल्ड्रन आॅफ एशिया इंटरनेशनल स्पोर्ट्स में कांस्य जीता। 2009 में 52 किलो वर्ग में जूनियर स्पर्धा में शिव ने कांस्य जीता। कजाकिस्तान में एशियाई क्वालीफायर में शिव को स्वर्ण मिला। 2016 में दक्षिण एशियाई खेलों में शिव ने स्वर्ण पदक जीता