बैडमिंटन डबल्स में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा का कोई सानी नहीं है। ज्वाला के नाम मिश्रित युगल में ज्यादा कामयाबी आई। ज्वाला पहले टेनिस खेलती थीं और फिर 6 साल की उम्र में उन्होंने बैडमिंटन को अपनाया। उन्होंने पहला खिताब थिससुर में अंडर 13 मिनी राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में जीता और साल 2000 में जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप अपने नाम की। ज्वाला ने श्रुति कुरियन के साथ 2006 में श्रीलंका सैटेलाइट चैलेंज, साइप्रस बैडमिंटन टूर्नामेंट, पाकिस्तान चैलेंज और 2007 में भारतीय चैलेंज, नेपाल सीरीज और 2008 में डच ओपन ग्रां प्री खिताब में हिस्सा लिया। पोनप्पा के साथ 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में उतरीं और युगल जीता। दोनों की जोड़ी ने कोपेनहेगन में वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो कांस्य जीते। ज्वाला और पोनप्पा ने लंदन ओलंपिक में 2012 में क्वार्टर फाइनल में एक अंक से हार गईं।
ज्वाला गुट्टा अश्विनी पोनप्पा
बैडमिंटन डबल्स में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा का कोई सानी नहीं है।
Written by जनसत्ता ऑनलाइन
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First published on: 29-07-2016 at 06:11 IST