भारत की ओलंपिक महिला तीरंदाजी स्पर्धा में चुनौती गुरुवार (11 अगस्त) को यहां लैशराम बोम्बायला देवी और दीपिका कुमारी के अपने अपने प्री क्वार्टरफाइनल मैच में हारने के बाद समाप्त हो गयी। दीपिका को दुनिया की नंबर दो चीनी ताइपे की टान या टिंग से 0-6 से जबकि बोम्बायला को मेक्सिको की एलेजांद्रा वेलेंसिया (दुनिया की 18वें नंबर की तीरंदाज) से 2-6 से पराजय मिली।
भारतीयों में सबसे पहले दीपिका ने निशाना साधा, लेकिन वह सही समय पर अपने खेल में सुधार नहीं कर सकी और एकतरफा मुकाबले में 27-28, 26-29, 27-30 से हार गयीं। वह केवल एक बार ही ‘बुल्स आई’ पर निशाना लगा पायीं। दुनिया की पूर्व नंबर एक तीरंदाज शुरू से ही या टिंग के खिलाफ दबाव में आ गयी और अपने से बेहतरीन प्रतिद्वंद्वी को जरा भी चुनौती नहीं दे सकीं। विपक्षी तीरंदाज संयमित होकर आराम से खेल रही थी, उसने छह परफेक्ट 10 पर निशाना लगाया जिसमें से तीन लगातार तीसरे सेट में लगे।
बोम्बायला की भी शुरुआत अच्छी नहीं हुई और उन्होंने पहले तीर में 7 से शुरुआत की। जिसके बाद वह भी दबाव में आ गयी और 26-28, 26-23, 27-28, 23-25 से हार गयी। तीसरा सेट करीब से हारने के बाद भारतीय तीरंदाज वापसी नहीं कर सकी, उसने चौथे सेट के पहले तीर में 6 का खराब निशाना लगाया जिसके बाद वापसी असंभव थी। अब तीरंदाजी में भारतीय चुनौती पुरुष स्पर्धा में ही बची है जिसमें एकमात्र अतनु दास प्रतिनिधत्व कर रहे हैं और वह शुक्रवार (12 अगस्त) को अपना प्री क्वार्टरफाइनल खेलेंगे।