22 वर्ष की अपूर्वी चंदेला 2011 में खबरों में तब आईं जब उन्होंने जूनियर स्तर पर एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में 391 का स्कोर बनाकर नौवां स्थान हासिल किया था। चंदेला ने 2012 में राष्ट्रीय स्पर्धा जीती। इसी में साल 2013 में कांस्य पदक भी जीता। 2014 में भी अपूर्वी ने दोबारा जीत हासिल की। लेकिन साल 2014 में सबसे अहम पल तब आया, जब चंदेला ने ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता। साल 2015 में चंगवन में हुए वर्ल्डकप में चंदेला ने कांस्य पदक जीतकर रियो ओलंपिक में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली। इससे पहले म्यूनिख विश्व कप में चंदेला ने चांदी का पदक जीता।