प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके रियो ओलंपिक में जीतने के लिए संघर्ष कर रहे भारतीय खिलाड़ी को प्रशंसा की है। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को भारत का गौरव बताते हुए कहा है कि है कि उन्हें परिणाम की चिंता करे बिना अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए। दरहसल इससे पहले भारतीय ओलंपिक संघ के सद्भावना दूत सचिन तेंदुलकर ने प्रधानमंत्री मोदी के एप्प पर पत्र लिखकर 70वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कुछ ऐसे खिलाड़ियों का जिक्र करने का आग्रह किया था जो ओलंपिक में पदक लाने से चूक गए या पदक के लिए अभी भी संघर्षरत हैं। इसी का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि क्यों स्वतंत्रता दिवस का इंतजार क्यों किया जाए। मैं अभी इस विषय पर अभी बात करना चाहता हूं।

इससे पहले महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने लिखा था, ‘‘आपकी ओर से बोले गये प्रोत्साहन के कुछ शब्द निश्चित रूप से उन खिलाड़ियों के लिए मददगार साबित होंगे जो अपने प्रदर्शन से बहुत अधिक निराश हैं और वैसे खिलाड़ी बहुत हद तक प्रेरित होंगे जो अब भी संघर्ष कर रहे हैं। ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी देश के विभिन्न हिस्सों से आते हैं और सभी खिलाड़ी मानवीय जिजीविषा और दृढ़ता के शानदार उदाहरण हैंं। ओलंपिक में किसी देश का प्रतिनिधित्व करना एक दुर्लभ उपलब्धि है। हमारे चैम्पियन एथलीटों का उत्साहवर्धन किये जाने की जरूरत है क्योंकि वे मैदान और उससे परे की कुछ चुनौतियों से पार पाकर विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।’’

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 भारत के महान बल्लेबाज ने कहा, ‘‘वे सभी मायनों में विजेता हैं और वास्तव में कद्र के हकदार हैं, जिससे कई और लोग प्रेरित होंगे।’’  इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ट्वीट करके भारतीय खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया भारतीय ओलंपिक संघ के सद्भावना दूत के रूप में तेंदुलकर खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन के लिए रियो में मौजूद हैं।