लंबी दूरी की धाविका की रियो ओलंपिक के दौरान पानी नहीं मुहैया कराने की शिकायत की जांच कर रही खेल मंत्रालय की जांच समिति ने इस प्रकरण के लिए उनके कोच निकोलई स्नेसारेव को दोषी ठहराया है। दो पेज की इस रिपोर्ट में पता चला है कि स्नेसारेव ने मैराथन स्पर्धा से पहले जैशा को विशेष ड्रिंक्स के लिए इनकार कर दिया था, हालांकि भारतीय अधिकारियों ने उनसे एथलीट की जरूरतों के बारे में पूछा था। मंत्रालय ने भी इसे स्वीकार कर लिया है।
यह रिपोर्ट शुक्रवार (21 अक्टूबर) को आयी है, इसके अनुसार, ‘टीम लीडर सीके वाल्सन और उप मुख्य कोच राधाकृष्णन ने मैराथन की पूर्व संध्या पर निकोलई से पूछा था कि क्या जैशा कि कोई विशेष ड्रिंक की मांग है। उन्हें बताया गया कि उसे किसी भी तरह की विशेष ड्रिंक की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘यह पूरी तरह से साबित नहीं हो पाया है कि जैशा से टीम प्रबंधन या उनके कोच ने निजी रूप से पूछा था या नहीं कि उन्हें विशेष ड्रिंक की जरूरत है।’ जांच समिति ने निष्कर्ष निकाला कि जैशा ने किसी तरह की विशेष ड्रिंक का आग्रह नहीं किया था। जैशा डिहाईड्रेशन के कारण फिनिश लाइन पर बेहोश हो गयी थीं और उन्होंने रियो से आने के बाद निराशा व्यक्त की थी कि उन्हें विशेष ड्रिंक नहीं मिली थी।