भारतीय पहलवान संदीप तोमर रियो ओलंपिक की कुश्ती स्पर्धा के 57 किग्रा भार वर्ग के पहले दौर में शुक्रवार को यहां रूस के दो बार के विश्व चैंपियन विक्टर लेबदेव से अंकों के आधार पर 3-7 से हारकर बाहर हो गए। रूसी पहलवान शुरू में ही तोमर पर हावी हो गया और उन्होंने उसे उबरने का मौका नहीं दिया। पहले पीरियड में लेबदेव ने तीन अंक बनाए जबकि इस बीच भारतीय पहलवान को एक बार चेतावनी भी मिली।
तोमर ने दूसरे पीरियड में कुछ अच्छा खेल दिखाया और उन्होंने लेबदेव के सामने कड़ी चुनौती पेश करके तीन अंक बनाए लेकिन रूसी पहलवान ने उन्हें इससे आगे नहीं बढ़ने दिया। लेबदेव ने चार अंक बनाकर अपनी जीत सुनिश्चित की। तोमर के पास इसके बाद रेपेचेज के जरिए कांस्य पदक के मुकाबले में बने रहने का मौका था लेकिन क्वार्टर फाइनल में ईरान के हसन सबजलि रहीमी ने लेबदेव को 6-1 से हराकर भारतीय खिलाड़ी की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया। कुश्ती में पिछले दो एलंपिक से लगातार पदक जीतने वाले अब भारत का दारोमदार लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त पर टिका है जो 21 अगस्त को 65 किग्रा भार वर्ग में अपनी चुनौती पेश करेंगे।
नरसिंह यादव (74 किग्रा) पर चार साल का प्रतिबंध लगने के कारण वह शुक्रवार को मुकाबले में नहीं उतरे और उनके प्रतिद्वंद्वी फ्रांस के जालिमखान खादीव को वाकओवर मिला। इससे पहले मौसम खत्री हारकर बाहर हो चुके हैं। रियो डि जिनेरियो, 19 अगस्त (भाषा)। ट्रैक और फील्ड में भारतीय एथलीटों का निराशाजनक प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा जब संदीप कुमार रियो ओलंपिक की पुरुष 50 किमी पैदल चाल स्पर्धा में 34वें स्थान पर रहे। राष्ट्रीय रेकार्ड धारक संदीप ने 80 धावकों में चार घंटे सात मिनट और 55 सेकंड के साथ 34वां स्थान हासिल किया। संदीप का राष्ट्रीय रेकार्ड तीन घंटे 56 मिनट और 22 सेकंड का है लेकिन यह भारतीय खिलाड़ी आज इस प्रदर्शन से काफी दूर रहा।
संदीप ने राष्ट्रीय रिकार्ड तीन मई 2014 को चीन के ताइकांग में आइएएएफ विश्व पैदल चाल कप के दौरान बनाया था। स्लोवाकिया के मातेज टोथ ने तीन घंटे 40 मिनट और 58 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। आस्ट्रेलिया के जेयर्ड टेलेंट (तीन घंटे 41 मिनट 16 सेकंड) सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दूसरे जबकि कनाडा के इवान डंफी (तीन घंटे 41 मिनट 38 सेकंड) तीसरे स्थान पर रहे। सिर्फ 48 खिलाड़ी ही स्पर्धा पूरी कर पाए जबकि 13 डिस्क्वालीफाई हो गए। इसके अलावा 18 धावक रेस पूरी नहीं कर पाए।