ललिता बाबर क्वालीफिकेशन दौर का अपना शानदार प्रदर्शन बरकरार नहीं रख सकी और महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेस में 10वें स्थान पर रही जबकि रियो ओलंपिक की ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में भारत का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा। बाबर ने नौ मिनट 22.74 सेकंड का समय निकाला जो उसके राष्ट्रीय रिकॉर्ड (नौ मिनट 19.76 सेकंड) से तीन सेकंड कम है। दसवें स्थान पर रहने के बावजूद बाबर का प्रदर्शन ट्रैक और फील्ड में 1984 लास एंजीलिस ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रहने वाली पीटी उषा के बाद भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ रहा।

कीनिया में जन्मीं रूथ जेबेथ ने बहरीन के लिए स्वर्ण पदक जीता जिसने आठ मिनट 59.75 सेकंड का समय निकाला जो आठ मिनट 58 . 81 सेकंड के विश्व रिकॉर्ड से कुछ ही कम था। विश्व चैम्पियनशिप 2015 की स्वर्ण पदक विजेता कीनिया की हाइविन कियेंग जे ने नौ मिनट 07.12 सेकंड का समय निकालकर रजत पदक जीता जबकि अमेरिका की एम्मा कोबर्न को कांस्य पदक मिला जिसने नौ मिनट 07.63 सेकंड का समय निकाला ।

इस बीच त्रिकूद में रंजीत महेश्वरी फाइनल तक पहुंचने में नाकाम रहे और 48 प्रतियोगियों में 30वें स्थान पर रहे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास 16.13 मीटर का रहा। केरल के इस एथलीट ने क्वालीफिकेशन अवधि के आखिरी दिन 11 जुलाई को इंडियन ग्रां प्री के जरिये क्वालीफाई किया था। महिलाओं की 200 मीटर दौड़ में भारत की स्रबानी नंदा पांचवीं हीट में आठ प्रतियोगियों में छठे स्थान पर रही। उसने 23.58 सेकंड का समय निकाला जबकि उसका सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन 23.07 सेकंड है। वह 72 प्रतियोगियों में 55वें स्थान पर रही।