रियो ओलंपिक 2016 में मैराथन रनर ओपी जैशा के आरोपों को उनकी साथी रनर कविता राउत ने गलत बताया है। मंगलवार (23 अगस्त) को कविता ने कहा कि भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने उन्हें रेस के शुरू होने से पहले एनर्जी ड्रिंक दिए थे। इसके साथ ही कविता ने यह भी कहा कि उन्हें फेडरेशन से कोई शिकायत नहीं है। कविता ने कहा, ‘भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने मुझे रेस के शुरू होने से पहले एनर्जी ड्रिंक दिए थे। लेकिन मैंने मना कर दिया था। मैंने इसलिए मना किया था क्योंकि मुझे रेस से पहले ग्लूकोज और शहद लेने की आदत नहीं है। मैं सिर्फ पानी पीती हूं। इस वजह से मैंने कुछ नहीं लिया। एएफआई की तरफ से सारी सुविधाएं दी गई थी। मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है। लेकिन मैं सिर्फ अपने बारे में ही बात कर सकती हूं।’

गौरतलब है कि जैशा ने रियो ओलंपिक में मैराथन में हिस्‍सा लिया था और वह 89वें नंबर पर रहीं थीं। मैराथन में 42 किलोमीटर से ज्‍यादा की दौड़ होती है। रेस पूरी करने के बाद जैशा गिर गई थीं और उन्‍हें अस्‍पताल ले जाया गया था। जैशा ने बताया था कि उन्‍हें दो-तीन घंटे बाद होश आया था। इस दौरान उनके कोच निकोलाई स्‍नेसारेव की डॉक्‍टर्स से झड़प भी हो गई थी। कोच को आधे दिन के लिए पुलिस हिरासत में रखा गया था।

33 साल की जैशा ने कहा था, ‘इतनी लंबी रेस में बहुत सारा पानी चाहिए होता है। रेस में हर 8 किलोमीटर के बाद पानी मिलता ही है। लेकिन पानी की जरूरत हर एक किलोमीटर पर होती है। जहां सभी धावकों को खाना भी मिल रहा था लेकिन मुझे कुछ नहीं मिला।

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