पिछले 52 वर्षों में ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली महिला जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने सोमवार को कहा कि वह अपने स्कोर में सुधार करने का प्रयास कर रही हैं और रियो खेलों में पदक की संभावना बढ़ाने के लिये उनका पहला लक्ष्य फाइनल में पहुंचना है।  अगरतला की इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने आईओए के ओलंपिक दल के लिये आधिकारिक विदाई समारोह से इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘मेरी तैयारियां अच्छी चल रही है। मैं रियो में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं। मेरा पहला लक्ष्य फाइनल में पहुंचना होगा। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने स्कोर में कम से कम 0.34 अंक का सुधार करने की कोशिश कर रही हूं और तब यह काफी अच्छा होगा। मेरा अभ्यास अच्छा चल रहा है और मैं इसमें सुधार करने की कोशिश कर रही हूं। मैं इंदिरा गांधी स्टेडियम में अभ्यास कर रही हूं।’’

करमाकर ने प्रोडुनोवा में विश्व में सर्वाधिक 15.300 स्कोर बनाया है। उनके समकालीनों में से केवल डोमिनिका गणराज्य की यामिलेट पेना और मिस्र की फादवा महमूद ही प्रोडनोवा कर पाती है लेकिन इनमें से कोई भी 15.100 से अधिक का स्कोर नहीं बना पाया।  करमाकर ने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि प्रोडुनोवा वाल्ट खतरनाक होता है लेकिन मैं पिछले दो वर्षों से इसे कर रही हूं। आपको कुछ करने के लिये थोड़ा जोखिम उठाना पड़ता है। मैं 2014 से इसे कर रही हूं और मैं ओलंपिक में इसे बेहतर करने की कोशिश करूंगी।’’
उनके कोच बिशेश्वर नंदी ने कहा कि प्रतिस्पर्धा कड़ी है लेकिन उन्हें पदक की उम्मीद है। नंदी ने कहा, ‘‘हमें उससे उम्मीद है। प्रतिस्पर्धा कड़ी है। कई देश हैं जैसे अमेरिका, रूस और स्विट्जरलैंड जो मुख्य प्रतिस्पर्धी हैं। ’’