फुटबॉल मैच के दौरान एक खिलाड़ी ने भारतीय रेफरी के चेहरे पर घूंसा मार दिया। चोट लगने के कारण रेफरी की आंख से खून निकलने लगा। मुक्के मारने का यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे अचानक एक खिलाड़ी मैच रेफरी की ओर बढ़ता है और सीधा उनके चेहरे पर हमला करता है। इससे उनके चेहरे और आंख से खून बहने लगता है। गनीमत रही कि मैदान पर मौजूद दूसरे खिलाड़ियों ने तत्काल रेफरी को बचाया और अलग कर दिया। यह मैच स्पोर्टिंग क्लब मुंडाइल और एनडब्लू लंदन फुटबाल क्लब के बीच खेला जा रहा था।

मामला वेस्ट लंदन के ऐक्टन का है। यहां दो क्लब के बीच एक फ्रेंडली (दोस्ताना) मैच खेला जा रहा था। इस मैच में 28 साल के सत्यम टोकी रेफरी की भूमिका निभा रहे थे। सत्यम मूलतः भारत के रहने वाले हैं। वह इस समय अपनी बेटी और पत्नी के साथ वेस्ट लंदन में रहते हैं। वह एक ट्रेन कंडक्टर हैं और फ्री समय में फुटबॉल क्लब के लिए रेफरी की भूमिका भी निभाते हैं।

घटना के बारे में सत्यम बताते हैं, गलत शब्दों का इस्तेमाल करने पर मैंने उसे (फुटबॉलर) मैदान से बाहर जाने को कहा। जब वह बेंच की ओर बढ़ रहा था, तब मुझे मैदान से बाहर देख लेने की धमकी दे रहा था। फिर मैंने उसे रेड कार्ड दिखाया और तभी अचानक मेरे चेहरे पर हमला होता है। एकदम से मेरी आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है। मुझे कुछ पल के लिए कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। मेरे चेहरे और आंख से खून बह रहा था।

इस घटना के बाद क्लब ने सार्वजानिक रूप से माफी मांगी। उसने अपने खिलाड़ी की हरकत की निंदा भी की। साथ ही फुटबॉल क्लब ने उस प्लेयर को हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया है। क्लब की ओर से रेफरी की सहायता करने की बात भी कही गई है।

इस मामले को लेकर सत्यम ने फुटबॉल एसोसिएशन से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है। वह कहते हैं, “उसने मुझे अपशब्द कहे और मारा भी, लेकिन पहले मैं नहीं चाहता था कि उस पर कार्रवाई हो, इससे उसका करियर खराब हो सकता है। क्योंकि वह एक स्कूल में टीचर भी है। दूसरी ओर यदि मैं उसे ऐसे ही माफ कर देता हूं, तो कल फिर किसी और रेफरी के साथ वह ऐसा करेगा।