अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन की बदौलत भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से ‘सर’ की उपाधि हासिल कर चुके रवींद्र जडेजा इस वक्त टेस्ट में नंबर-1 गेंदबाज हैं। स्पिन गेंदबाज जडेजा की प्रतिभा को ऑस्ट्रेलिया के महान बॉलर शेन वार्न ने बहुत पहले ही पहचान ली थी। इसी के चलते वह जडेजा को ‘रॉकस्टार’ कहकर बुलाते थे। मगर हैरत की बात ये है कि उस वक्त जडेजा इस शब्द का मतलब तक नहीं जानते थे।

जी हां, ये रोचक बात जडेजा ने खुद शेयर की है। जडेजा बताते हैं कि ‘रॉकस्‍टार का क्‍या मतलब होता है, उस वक्त मुझे यह पता नहीं था। जब मैं शेन वॉर्न से पहली बार मिला तब मुझे यह भी अहसास नहीं था कि वे टेस्‍ट क्रिकेट के इतने महान गेंदबाज हैं। मैं मुझे रॉकस्‍टार कहकर बुलाते थे और मुझे इस पर आश्‍चर्य होता था कि न तो मैं गाना गाता हूं या न ही कोई ऐसी कोई चीज करता हूं, जिससे रॉकस्‍टार कहकर पुकारा जाऊं। मैंने अपने एक दोस्‍त से पूछा कि वे मुझे रॉकस्‍टार क्‍यों कहते हैं तो उस दोस्‍त का जवाब था कि वे ऐसा इसलिए कहते हैं कि तुम्‍हारे चेहरे पर ढेर सारी मुस्‍कुराहट रहती है।’

भारत-श्रीलंका के बीच 26 जुलाई से लेकर 6 सितंबर तक 3 टेस्ट, 5 वनडे और 1 टी20 मैच खेला जाएगा, जिसमें रवींद्र जडेजा को मौका दिया गया है। उनके साथ रविचंद्रन अश्विन भी टीम में शामिल हैं, जो खुद टेस्ट में बतौर गेंदबाज दूसरे नंबर पर हैं। ऐसे में भारत के पास स्पिन गेंदबाजी का आक्रमण बेहद मजबूत रहेगा। टीम अपने श्रीलंका दौरे पर 21 और 23 जुलाई को अभ्यास मैच खेलेगी। इसके बाद 26 जुलाई से लेकर 16 अगस्त तक उसे तीन टेस्ट मैच खेलने हैं। ये सभी मैच भारतीय समय के अनुसार सुबह 10 बजे से शुरू होंगे। इसके बाद 20 अगस्त से लेकर 3 सितंबर तक 5 वनडे मैच खेले जाएंगे। वहीं इकलौता टी20 मैच 6 सितंबर को खेला जाएगा।

रवींद्र जडेजा 136 वनडे मैचों में 4.90 की इकॉनमी के साथ 155 विकेट ले चुके हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/36 रहा। वहीं बात अगर बल्लेबाजी की करें तो 93 पारियों में वह 85.29 की स्ट्राइक से 1914 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 10 अर्धशतक भी जड़े हैं। वहीं बात अगर टेस्ट की करें तो उन्होंने 30 मैचों की 57 पारियों में 142 शिकार किए हैं। इस दौरान उन्होंने 8 बार पांच विकेट हासिल किए। इस फॉर्मेट में जडेजा का सर्वश्रेष्ठ 7/48 रहा।