अनुभवी खेल प्रशासक रणधीर सिंह रविवार (8 सितंबर) को एशियाई ओलंपिक परिषद (OCA) के अध्यक्ष चुने जाने वाले पहले भारतीय बन गए। उन्हें अध्यक्ष महाद्वीपीय निकाय की 44वीं आम सभा के दौरान चुना गया। पांच बार के ओलंपिक निशानेबाज रणधीर ओसीए अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र योग्य उम्मीदवार थे। उनका कार्यकाल 2024 से 2028 तक चलेगा। उनका चुनाव सर्वसम्मति से हुआ।
रणधीर सिंह का परिवार खेलों से जुड़ा रहा है। उनके पिता और चाचा क्रिकेटर थे। दोनों इंटरनेशनल ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) के सदस्य भी रहे हैं। 77 वर्षीय रणधीर 2021 से ओसीए के कार्यवाहक अध्यक्ष थे। उन्होंने कुवैत के शेख अहमद अल-फहद अल-सबा की जगह ली, जिन्हें इस साल मई में नैतिकता उल्लंघन के कारण खेल प्रशासन से 15 साल का प्रतिबंध लगाया गया था।
रणधीर खिलाड़ियों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं
भारतीय और एशियाई खेल निकायों में विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रह चुके रणधीर को खेल मंत्री मनसुख मंडाविया और एशिया के सभी 45 देशों के शीर्ष खेल लीडर्स की मौजूदगी में आधिकारिक तौर पर ओसीए अध्यक्ष चुना गया। पंजाब के पटियाला से रणधीर खिलाड़ियों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
चाचा और पिता क्रिकेटर
रणधीर के चाचा महाराजा यादविंद्र सिंह ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला था। वह आईओसी के सदस्य थे। उनके पिता भलिंद्र सिंह भी प्रथम श्रेणी के क्रिकेटर थे। वह 1947 से 1992 के बीच आईओसी के सदस्य थे। रणधीर 2001 से 2014 के बीच भी आईओसी के सदस्य रहे। इसके बाद वे वैश्विक खेल निकाय के मानद सदस्य बने रहे।
रणधीर सिंह ने क्या कहा
रणधीर ने चुनाव के बाद कहा, ” मेरी पूरी टीम को बधाई। मैं तहे दिल से आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं। एशिया एक परिवार है। आप सभी का समर्थन के लिए शुक्रिया। हम लंबे समय तक साथ निभाने की कोशिश करेंगे। टीम में शामिल होने वाली सभी महिलाओं को विशेष बधाई। मैं ओलंपिक कोर्स के प्रति आपके समर्पण के लिए आप सभी का दिल से आभार व्यक्त करना चाहता हूं। “