प्रशासकों की समिति (सीओए) के पूर्व सदस्य रामचंद्र गुहा का मानना है कि जिस तरीके से राहुल द्रविड़ और जहीर खान की सलाहकार पद पर नियुक्ति को रोककर रखा गया है उससे उनका सार्वजनिक अपमान हो रहा है।

गुहा ने ट्वीट किया, ‘अनिल कुंबले के साथ शर्मनाक व्यवहार अब जहीर खान और राहुल द्रविड़ के प्रति अपनाये जा रहे लापरवाह रवैये के रूप में नये मुकाम पर पहुंच गया है। कुंबले, द्रविड़ और जहीर इस खेल के महान खिलाड़ी हैं जिन्होंने मैदान पर अपना सब कुछ झोंक दिया। वे इस तरह के सार्वजनिक अपमान के हकदार नहीं हैं।’

सीओए ने रवि शास्त्री की मुख्य कोच के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी जिसके बाद गुहा की यह टिप्पणी सामने आई है। समिति हालांकि यह स्पष्ट नहीं कर पायी कि द्रविड़ और जहीर विदेशी दौरों के लिए क्रमश: बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार हैं या नहीं जैसा कि बीसीसीआई ने दावा किया था।

बैठक की विवरणिका के अनुसार, ‘अन्य सलाहकारों की नियुक्ति पर फैसला समिति मुख्य कोच से परामर्श करने के बाद करेगी।’ गुहा ने भारतीय क्रिकेट में ‘सुपरस्टार संस्कृति’ की आलोचना करते हुए सीओए से अपना इस्तीफा दिया था। उन्होंने पूर्व खिलाड़ियों के ‘हितों के टकराव’ का मसला भी उठाया था।

वहीं क्रिकेटनेक्सट से बातचीत के दौरान बीसीसीआई से जुड़े सूत्र ने बताया कि सीओए रवि शास्त्री के आवेदन पर भरत अरुण को ये जिम्मेदारी सौंपने का फैसला कर चुका है। अन्य सलाहकारों की नियुक्तियों पर फैसला समिति कुंबले के मिलकर करेगी। इसके लिए चार सदस्यीय समिति मंगलवार को शास्त्री से मिलेगी।